15 Vegetables for Diabetic Patients
डायबिटीज जो आज के समय में एक आम बीमारी बन चुकी है। ये बच्चे से लेकर बुजुर्गो तक हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में लेती जा रही है। वहीं इसे कंट्रोल में लाने के लिए लोग बहुत से उपायों को अपनाते हैं। आहार में बदलाव करके भी आप इसे नियंत्रण में कर सकते हैं। आप डाइट में बदलाव यानी उन चीजों का सेवन बढ़ा सकते हैं जो इसको कंट्रोल में करने में मददगार साबित हो सकते हैं। ऐसे कई फल और सब्जियां है, जिसका सेवन करके डायबिटीज जैसे गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। तो आइए जानते हैं डायबिटीज मरीजों को कौन सी सब्जियां खाने से आपको लाभ मिल सकता है।
1. मधुमेह रोगी के लिए गाजर की सब्जी (Carrot Vegetable for diabetes patients)
अगर आप डायबिटीज रोगी है तो आप गाजर का सेवन कर सकते हैं। गाजर खाने से इंसुलिन लेवल कंट्रोल में रहता है और आपके शरीर को अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं, लेकिन किसी भी चीज का रोजाना और अधिक मात्रा में सेवन करने से आपकी सेहत को भी कई तरह से नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए गाजर का सेवन भी सीमित मात्रा में करना बेहद जरूरी है। बता दें कि, गाजर में मौजूद तत्व टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को भी कम करता है।
इसके अलावा शोध के अनुसार, एक सामान्य साइज का गाजर 61 ग्राम का होता है और इसमें 25 से 25 कैलोरी होती है। वहीं ये माना जाता है कि डायबिटीज में ऐसे चीजों का सेवन करना चाहिए। जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 से कम हो और गाजर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 15 से 16 होता है जिसके चलते आप इसका सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज में गाजर खाने के फायदे –
- डायबिटीज के मरीज गाजर का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि गाजर में मौजूद शुगर को हम बेहद आसानी से डाइजेस्ट कर सकते हैं।
- गाजर में कार्ब्स, कैरोटीनॉयड अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं जो आपकी आंखों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
- गाजर में मौजूद कैरोटीनॉयड डायबिटीज रेटिनोपैथी से आपको बचाता है।
- जिस व्यक्ति को टाइप 1 डायबिटीज है उन्हें विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की जरूरत होती है।
- जैसा कि गाजर में करीब 6 ग्राम कार्ब्स होता है जो आपके ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने में सहायता करता है।
- गाजर में विटामिन ए और फाइबर मौजूद होता है जो डायबिटीज में होने वाली समस्याओं के खतरे को कम करते हैं।
डायबिटीज में गाजर का सेवन कैसे करें?
आप गाजर का सेवन सलाद, जूस, सूप या कम मसाले वाली सब्जी के रूप में बनाकर कर सकते हैं। साथ ही आप गाजर को उबालकर खा सकते है या उसे कच्चे सलाद में भी शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप गाजर का शुगर फ्री केक बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। गाजर में विटामिन-ए, कैरोटेनॉएड्स होते हैं, आप डयबिटीज में इसका सेवन कर सकते है, लेकिन गाजर का जूस घर पर बनाकर फ्रेश पिएं क्योंकि बाहर के जूस में शुगर मिली हुई होती है जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
2. डायबिटीज मरीजों के लिए तोरई (Sponge gourd for diabetes patients)
सारी ताजा हरी सब्जियों की उचित मात्रा में डाइट में शामिल करने से ब्लड का निर्माण होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर के रोगों से लड़ने के लिए हमारे रक्त में हीमोग्लोबिन की अच्छी मात्रा होनी चाहिए। इन्हीं हरी सब्जियों में तोरई को भी शामिल कर सकते हैं। वैसे से तोरई सब्जियों में खाई जा सकती है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए ये एक अच्छा विकल्प है।
बता दें कि, तोरई ब्लड और यूरिन दोनों में शुगर लेवल को कम करने में मदद करती है, इसलिए ये डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। तोरई में इंसुलिन की तरह पेप्टाइड्स पाए जाते हैं। इसलिए तोरई को डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए एक अच्छे उपाय के तौर खाया जा सकता है।
3. डायबिटीज रोगियों के लिए ब्रोकली (Broccoli Vegetable for diabetes patients)
अगर आप डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको अपने आहार में ब्रोकली को जरूरी
शामिल करना चाहिए, क्योंकि एक रिसर्च से पता चला है कि, यदि आप डायबिटीज में ब्रोकली खाते हैं तो इससे आपके लक्षणों को कम होने में सहायता मिलती है। ब्रोकली में एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जिसका नाम सल्फोराफेन है और ये एंटीऑक्सीडेंट ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मददगार होता है।
ब्रोकली में पाए जाने वाले पोषक तत्व
ब्रोकली सबसे अधिक पौष्टिक सब्जियों में से एक मानी जाती है। इसमें फाइबर, विटामिन सी, विटामिन के. आयरन, प्रोटीन, पोटेशियम आदि से भरपूर होती है। अगर आप ब्रोकली का आधा कप लेते ही हैं तो उसमें आपको सिर्फ 27 कैलोरी मिलती है और 3 ग्राम कार्ब। इसकी सबसे अच्छी खासियत तो ये है कि, ये पका के और बिना पकाए दोनों तरह से खा सकते हैं। इसके अलावा ब्रोकली में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो आपके अन्य बीमारियों से बचने में सहायता करता है।
वैज्ञानिक तर्क – डायबिटीज में ब्रोकली खाने के फायदे
वैज्ञानिकों द्वारा शोध किया गया, कुछ चूहों को जिन्हें डायबिटीज थी उन्हें सल्फोराफेन नामक एंटीऑक्सीडेंट दिया गया और इसके बाद ये देखने को मिला कि इस एंटीऑक्सीडेंट ने चूहों के लेवल सेल्स में ग्लूकोज का उत्पादन और जो ब्लड ग्लूकोज अधिक था उसे कम किया।
इसके बाद उन्होंने 12 हफ्ते के लिए 97 मरीज जो टाइप-2 डायबिटीज पीड़ित है उनको ब्रोकली का अर्क दिया। बाद में दोनों परिणामों की तुलना की गई जिसमें पाया गया कि, सल्फोराफेन अर्क टाइप-2 डायबिटीज में फायदे देती है। इसके अलावा ये मरीजों के शरीर के अंदर अधिक मात्रा में बन रहे ग्लूकोज को कम करती है और जो मरीज ग्लूकोज को टॉलरेट नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा ये मरीज के अंदर अधिक मात्रा में बनने वाले ग्लूकोज भी कम करते हैं और जो व्यक्ति ग्लूकोज को सहन नहीं कर पाते ये उनके लिए सबसे लाभदायक चीज है, इसलिए इस तत्व को डायबिटीज की एक दवा के रूप में भी खा सकते हैं। इस हिसाब से ब्रोकली डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है। इसे रोगी उबालकर या सलाद बनाकर खा सकते हैं।
4. डायबिटीज मरीजों के लिए पत्ता गोभी (Cabbage Vegetable for diabetes patients)
हम सभी जानते हैं कि डायबिटीज रोगियों के अपने आहार का खास ध्यान रखना पड़ता है। ऐसा ना किया जाए तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और उसी आहार में शामिल है पत्ता गोभी जो डायबिटीज मरीजों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है। क्योंकि पत्ता गोभी में कैलोरी कम होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 61 / 100 (मध्यम) यानी काफी हम होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स बताता है कि शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल किस तरह से बढ़ रहा है। खाने की जिन चीजों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक है वे ब्लड ग्लूकोज के स्तर को उतना ही बढ़ता है।
साथ ही पत्ता गोभी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक तत्व भी होते हैं जो इसे डायबिटीज के लिए एक दवा बनाते हैं। वहीं एक शोध से पता चला था कि, ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के साथ-साथ ये किडनी को भी स्वस्थ रखती है, क्योंकि जब एक डायबिटीज व्यक्ति का ब्लड शुगर का स्तर उच्च होता है तो किडनी को काम करने में समस्याएं होती है।
अब आप समझ ही गए होंगे कि पत्ता गोभी कितने फायदों से भरपूर होती है, लेकिन इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
5. डायबिटीज पेशेंट के लिए पालक (Spinach Vegetable for diabetes patients)
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पालक डायबिटीज पेशेंट के लिए अच्छा फूड है और बहुत से डॉक्टर भी इसे मरीज के आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं। क्योंकि हरे पालक में विटामिन, खनिज और फाइटोकेमिकल्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है जिस वजह से शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है। साथ ही इसमें कैलोरी की मात्रा सामान्य तौर पर कम होती है।
इसके अलावा पालक में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। जी हां, एक कप पालक के जूस में कैलोरी की मात्रा केवल 7 होती है। पालक में बहुत कम मात्रा में कैलोरी होने की वजह से डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए ये बहुत फायदेमंद होती है। यह बॉडी से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। साथ ही शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल होने से ब्लड शुगर को नियंत्रण में कर पाना आसान हो जाता है।
डायबिटीज के आहार में एक दिन कम से कम पांच बार गैर-स्टार्च वाली सब्जियों को शामिल करना चाहिए। पालक डायबिटीज रोगी आहार के लिए एकमात्र खाद्य पदार्थों में से एक हैं वो इसलिए क्योंकि कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम मौजूद होते हैं।
6. डायबिटीज पेशेंट के लिए टमाटर (Tomato Vegetable for diabetes patients)
वैज्ञानिकों के मुताबिक, टमाटर लाइकोपीन का एक अच्छी स्रोत है जो ह्यूमन टिशू में पाए जाने वाला कैरोटीनॉयड बनता है। इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। टमाटर का जीआई इंडेक्स कम होता है। जिसके चलते ये ब्लड शुगर में अचानक आने वाली स्पाइक को रोक देता है।
टमाटर में मौजूद पोषक तत्व
टमाटर में पोटेशियम, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, फ्लेवोनॉइड, फोलेट और अन्य विटामिन मौजूद होते हैं। ये रोजाना 200 ग्राम कच्चे टमाटर खाने से ब्लड शुगर सामान्य रहता है। इसे खाने से टाइप-2 डायबिटीज को रोकने में भी सहायता करता है। वहीं शोधकर्ताओं का कहना है कि, डायबिटीज मरीजों के लिए टमाटर खाना लाभदायक है, लेकिन इसे सिर्फ कच्चा ही खाएं तभी फायदेमंद साबित होगा।
7. डायबिटीज मरीजों के लिए खीरा (Cucumber Vegetable for diabetes patients)
मेटाबॉलिक डिसऑर्डर की वजह से होने वाली बीमारियों में डायबिटीज एक आम और खतरनाक बीमारी है। ये बच्चों से लेकर उम्रदराज लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है और बहुत से रोगियों में टाइप-2 डायबिटीज के मामले देखने को मिलते हैं।
वहीं हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, डायबिटीज के रोगियों को अपनी डाइट का खास ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। खीरा खाने से भी ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है, क्योंकि खीरे में बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिससे आपका ब्लड शुगर का स्तर सामान्य बना रहता है। इसलिए डायबिटीज मरीजों को अपनी डाइट में खीरे को जरूर शामिल करना चाहिए।
इसके अलावा वजन बढ़ने से भी आपका ब्लड शुगर लेवल असामान्य स्तर पर पहुँच जाता है, तब ऐसे में खीरा का सेवन करने से मोटापा दूर करने में सहायता मिलती है। साथ ही साथ इसमें मौजूद कैलोरी की मात्रा कम होती है और कई तरह के पोषक तत्व भी आपको मिलते हैं।
8. डायबिटीज रोगियों के लिए मशरूम (Mushroom Vegetable for diabetes patients)
मशरूम काफी पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है और इनमें विटामिन – B,D, पोटैशियम, कॉपर, आयरन और सेलेनियम की अच्छी मात्रा होती है। हाल ही में हुए एक शोध से पता चला है कि, मशरूम डायबिटीज के रोगियों क लिए बहुत फायदेमंद है. क्योंकि ये रक्त में शुगर की मात्रा को कम करता है। यदि आप डायबिटीज के मरीज है तो रोज 100-150 ग्राम मशरूम खाने की जरूरत है।
कैसे डायबिटीज में फायदेमंद है मशरूम
जिन व्यक्तियों को डायबिटीज है उनका रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। तब वे आपकी सहायता के लिए हाजिर होगा, क्योंकि इसे खाने से ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है। मशरूम में शुगर करीब न के बराबर होती है, इसलिए डायबिटीज मरीज इसका आराम से सेवन कर सकते हैं। शोध के मुताबिक, व्हाइट बटन मशरूम खाने से आंतों में माइक्रोबियल बदलाव आते हैं जिससे लिवर में ग्लूकोज का रेगुलेशन बेहतर विकल्प होता है। डायबिटीज में वे सभी आहार फायदेमंद होते हैं जिनमें फाइबर अधिक मौजूद होता हैं और शुगर और फैट कम होता है।
9. मधुमेह मरीजों के लिए बीन्स (Beans Vegetable for diabetes patients)
बीन्स एक डायबिटीज सुपर फूड है। आहार विशेषज्ञों के मुताबिक, डायबिटीज वाले लोगों को हर हफ्ते कई भोजन में सूखे सेम या नो-सोडियम डिब्बाबंद बीन्स जोड़ने की सलाह देता है, क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और कई अन्य स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थों की तुलना में रक्त शर्करा के स्तर को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं।
बीन्स में प्रोटीन और फाइबर भी होते हैं, जो उन्हें हर भोजन के लिए एक स्वस्थ पोषक घटक बनाते हैं। इतने सारे प्रकार के बीन्स उपलब्ध होने के साथ, आपके पैलेट के अनुरूप एक होना तय है।
आप अपने भोजन की योजना बनाते समय, याद रखें कि 1/3 कप पकी हुई बीन्स को स्टार्च डायबिटीज एक्सचेंज माना जाता है। बीन्स का एक मधुमेह विनिमय लगभग 80 कैलोरी और लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है। यदि पशु प्रोटीन के प्रतिस्थापन के रूप में सेम का उपयोग कर रहे हैं, तो सेवारत आकार या मधुमेह विनिमय 1/2 कप है। प्रत्येक आधा कप बीन्स के लिए, एक बहुत दुबला प्रोटीन एक्सचेंज और एक स्टार्च एक्सचेंज के लिए सुनिश्चित करें।
10. डायबिटीज पेशेंट के लिए फूलगोभी (Cauliflower Vegetable for diabetes patients)
डायबिटीज पेशेंट्स को अधिकतर बिना स्टार्च वाली सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है। आहार विशेषज्ञों के अनुसार, एक बार में आधी प्लेट सब्जियां खाने या प्रतिदिन गैर-स्टार्च वाली हाफ कप कच्ची सब्जियों को कम से कम 35 खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही non starch वाली सब्जियों पाए जाने वाले गुणों की वजह से डायबिटीज मरीजों को खाने की सलाह देते हैं।
फूलगोभी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
आपको बता दें कि, फूलगोभी में प्रोटीन. कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन-ए, सी और निकोटीनिक एसिड जैसे बहुत से पोषक तत्व मौजूद है। साथ ही फाइबर की उच्च मात्रा के अलावा फूलगोभी में कैलोरी बहुत ही कम होती है। अगर बात करें 1 कप कच्ची सफेद फूलगोभी में केवल 25 ग्राम कैलोरी, 2 ग्राम आहार फाइबर और एक दिन के भीतर एक व्यक्ति को जितना विटामिन सी चाहिए उसका 80 प्रतिशत से इस सब्जी में मौजूद होता है।
11. डायबिटीज रोगियों के लिए भिंडी (Lady finger Vegetable for diabetes patients)
भिंडी एक ऐसी सब्जी है जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स जुड़ी हुई है और डायबिटीज मरीजों को हमेशा डॉक्टर यही सलाह देते हैं कि आपको अपनी डाइट में ऐसी सब्जियों को शामिल करना है जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। दोस्तों दरअसल, ग्लाइसेमिक इंडेक्स की एक रैंकिंग होती है और जिसे खाने के ब्लड शुगर पर होने वाले असर के अनुसार देखा जाता है। वहीं जिन सब्जियों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है वे ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने में सहायता करता है और जिनका अधिक होता है वे शुगर लेवल को बढ़ा देते है।
अगर बात करें सौ ग्राम भिंडी के ग्लाइसेमिक इंडेक्स के बारे में तो उसमें सिर्फ 7.45 ग्राम होता है। जिसके कारण इसे डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
12. डायबिटीज मरीज के लिए लैट्यूस (Lettuce Vegetable for diabetes patients)
डायबिटीज रोगियों के लिए एक दिन में non-starch वाली सब्जियों की 3 से 5 सर्विंग्स खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और इस प्रकार कम ग्लाइसेमिक लोड यानी (कटे हुए कच्चे सलाद के 1 कप के लिए) एक डायबिटीज के लिए प्रति भोजन कार्बोहाइड्रेट की मात्रा की अनुमति होती है जो 45 से 60 ग्राम है। इस प्रकार लेट्यूस जैसी सब्जियों को शामिल करना आपके कार्बोहाइड्रेट की संख्या से अधिक नहीं होगा। पूरे दिन कार्बोहाइड्रेट को समान रूप से वितरित करना महत्वपूर्ण है। अपने रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के लिए जटिल कार्बोहाइड्रेट को साधारण कार्ब्स से भी बदलें, क्योंकि ये ब्लड सर्कुलेशन में धीरे-धीरे पचता है और इस प्रकार आपकी भूख को नियंत्रित करता है। यह वसा में घुलनशील विटामिन ए का अत्यंत समृद्ध स्रोत है जिसके परिणामस्वरूप तेज दृष्टि होती है। विटामिन ए एक एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है, इसलिए सूजन को कम करता है मधुमेह में देखा गया । लेट्यूस आपके खराब (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी फायदेमंद है।
13. मधुमेह मरीजों के लिए लौकी (Gourd Vegetable for diabetes patients)
यदि आपको डायबिटीज है तो लौकी आपके हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि लौकी में 92% पानी और 8 फीसदी फाइबर पाया जाता है। इसे खाने से टाइप-2 डायबिटीज के रोगी के लिए लाभदायक होती है। बता दें कि, लौकी में शुगर और ग्लूकोज की मात्रा न के बराबर होती है। वहीं दुनियाभर में डायबिटीज मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। W.H.O के मुताबिक, साल 2025 तक डायबिटीज के मरीजों की संख्य 175% तक बढ़ जाएगी। हाइपोग्लाइसेमिक दवाओं या इंसुलिन के अलावा सही आहार टाइप-2 डायबिटीज में काफी मदददगार होता है।
14. डायबिटीज रोगियों के लिए शतावरी ( Asparagus Vegetable for diabetes patients)
Asparagus यानी की शतावरी जो एक औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसका सेवन करने से रक्त शर्करा को कम करने, डायबिटीज. अनिद्रा, माइग्रेन और महिलाओं में दूध उत्पादन से लेकर प्रजन्न क्षमता को बढ़ावे में सहायता करती है। इन पोषक तत्वों से भरपूर शतावरी को सब्जी के रूप में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। शतावरी टाइप – 2 डायबिटीज के इलाज में मदद करती है। शतावरी पोटेशियम, लौ कैलोरी और हाई प्रोटीन के साथ कई खनिज तत्वों का एक बेहत ही बड़ा स्त्रोत है। साथ ही ऐसा भी माना जाता है कि, शतावरी में पाए जाने वाले कुछ तत्व शरीर में इंसुलिन की मात्रा को सुधारती है, जिससे रोगी की डायबिटीज कम होने लगता है।
15. डायबिटीज रोगियों के लिए शिमला मिर्च (Capsicum Vegetable for diabetes patients)
क्या आपका जानते हैं पीले रंग की शिमला मिर्च डायबिटीज को नियंत्रित कर सकती है। जी हां, डायबिटीज मरीज पीले रंग की शिमला मिर्च का सेवन कर सकते हैं। पीले रंग की शिमला मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो डायबिटीज रोगियों के लाभदायक हो सकती है। इसके अलावा इसमें फोलेट की भी अच्छी मात्रा मौजूद होती है जो होमोसिस्टीन के लेवल को कंट्रोल करता है। इसके अलावा डायबिटीज से लेकर दिल के रोगी भी इसका सेवन बेझिझक कर सकते हैं। इसके सेवन से उनकी बॉडी को काफी स्वास्थ्य लाभ देखने को मिलेंगे।