करेला क्या है? – Bitter Gourd in Hindi
Bitter Gourd Benefits – करेला एक सब्जी है जिसका पौधा बेल के रूप में होता है। इसका वानस्पतिक नाम मिमोर्डिका करन्शिया (Momordica Charantia) है। करेले की सब्जी का रंग हरा होता है, इस पर खांचे बने होते हैं और इस पर दाने-दाने से मौजूद होते हैं। स्वाद में हल्का कसैला और बहुत कड़वा होता है। इसके बीज सफेद रंग के होते हैं, लेकिन जब करेला बन (What is Bitter Gourd?) जाता है तो ये हल्के पीले रंग का हो जाता है और इसके बीज लाल रंग के हो जाते हैं। करेला औषधीय गुणों (karela mei paye jane wale poshak tatv) का भंडार है।
करेला कितने पोषक तत्वों से भरपूर है?
करेले में कई पोषक तत्व (Nutrients) पाए जाते हैं। करेला में आयरन, पोटेशियम, फाइबर, फास्फोर, कैरोटीन, विटामिन-सी और विटामिन-ए, मैग्नीशियम, जिंक और मैग्नीज आदि। यदि आप कब्ज से परेशान हैं, तो भी ऐसे में करेले के रस का रोजाना रूप से सेवन करें।
साथ ही इस कड़वे करेले में कैचिन, गैलिक एसिड, इपाकैचिन और क्लोरोजेनिक एसिज का एक अच्छा स्त्रोत है। ये सभी शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट यौगिक है, जो आपकी कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में सहायता कर सकते हैं।
करेला के फायदे – Karela Benefits in Hindi
1. ब्लड शुगर लेवल करे कंट्रोल – Karela to Control Blood Sugar in Hindi
डायबिटीज की समस्या से परेशान लोगों के लिए तो करेला अमृत की तरह है। बता दें कि, करेले का सेवन बॉडी के किसी एक खास हिस्से या टिश्यू को ही टारगेट नहीं करता बल्कि पूरे शरीर में ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में मदद करता है। करेले में इंसुलिन की तरह के कई रसायन पाए जाते हैं, जो बॉडी में शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। यही वजह है कि, शुगर के रोगी करेले (Bitter Gourd Benefits) को सब्जी में खाने के साथ ही उसका जूस भी पी सकते हैं।
2. वजन घटाए करेला – Karela for Weight Loss in Hindi
जिन लोगों का वजन लगातार बढ़ता जा रहा है और कई उपाय करने के बाद भी कम नहीं हो रहा है तो आप करेले का आयुर्वेदिक उपाय कर सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक करेले में एंटी-ओबेसिटी यानी मोटापा कम करने वाला तत्व पाया जाता है। इसके सेवन से इंसान का फैट कंट्रोल में रहता है और वजन नहीं बढ़ता है।
3. आंखों के लिए फायदेमंद – Karela Benefits for Eyes in Hindi
आंखों के लिए करेला काफी लाभकारी (Bitter Gourd Benefits) हो सकता है, लेकिन ये बात कर्नाटक के मुदिगेरे कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर के एक रिसर्त में सामने आई है। शोध में कहा गया कि, इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन आंखों की बीमारियों के जोखिम से बचाव कर सकता है। साथ ही ये आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायता करता है।
4. लीवर के लिए खाएं करेला – Karela Benefits for Liver in Hindi
लीवर से जुड़ी परेशानियों से जुझ रहे लोगों के लिए करेला बहुत फायदेमंद माना जाता है। रिसर्च में पता चला है कि करेले में हेपेटोप्रोटेक्टिव नामक तत्व होता है, जो लिवर को सुरक्षित रखने का काम करता है। जब लीवर फैटी होने लगता है तो करेले में मौजूद ये तत्व उस फैट के फैलाव को रोकने में सहायता करता है। इससे फैटी लीवर और लीवर कैंसर जैसी बीमारियों से निजात (Bitter Gourd Benefits) मिलती है और इंसान फिट रहता है।
5. कोलेस्ट्रोल करे कम – Kerela to Control Cholesterol in Hindi
कोलेस्ट्रॉल की वजह से ह्रदय संबंधी रोग हो सकते हैं या फिर दिल का दौरा पड़ने का जोखिम रहता है। ऐसे में उन खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी हो जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित या कम करने में काफी सहायता करता है। ये करेला लाभकारी (Bitter Gourd Benefits in Hindi) साबित हो सकता है। इस विषय पर आधारित एक शोध के मुताबिक, कोलेस्ट्रॉल युक्त आहार का सेवन करने वाले चूहों को करेले के अर्क का सप्लीमेंट दिया गया। इससे उनके कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड में कमी पाई गई है। इस अध्ययन से ये माना जाता है कि, हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया के लिए खाद्य उत्पादों में करेले के अर्क को सप्लीमेंट की तरह दिया जा सकता है, लेकिन मनुष्यों पर इसके प्रभाव के लिए और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
6. कैंसर के खतरे को कम करे करेला – Prevent Cancer With Karela in Hindi
शोध बताते हैं कि करेला (Bitter Gourd Benefits) में कैंसर से लड़ने वाले कुछ यौगिक होते हैं। एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन से पता चला कि, करेला का रस कोलन, फेफड़े और नासोफरीनक्स की कैंसर कोशिकाओं को मारने में प्रभावी था। एक अन्य अध्ययन के अनुसार, करेले का रस कैंसर सेल खत्म करने और स्तन कैंसर की कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकने में सक्षम रहता है।
7. इम्यून सिस्टम बढ़ाए – Boost Immunity With Karela in Hindi
करेला में बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अर्थ रोगों से लड़ने में सहायता करता है, करेला का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
करेला के नुकसान – Karele Ke Nuksan
करेले के फायदों (Bitter Gourd Benefits in Hindi) के बारे में आप जान चुके होंगे, लेकिन इसके फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते हैं जैसे –
- करेले का सेवन एक दिन 2 या 3 करेला का इस्तेमाल करें। 3 से अधिक करेला का इस्तेमाल करने से पेट में दर्द और दस्त की समस्या को उत्पन्न कर सकता है।
- करेला के कडवाहट को दूर करने के लिए करेला में नमक मिलाकर उसे पानी में कुछ देर के लिए छोड़ दें। उसके बाद करेले को बनाने के लिए उपयोग करें।
- करेले के रस karele ka juice में सुधार करने के लिए उसमें गाजर, शहद, सेब का रस मिलाकर इस्तेमाल करें।
- गर्भवती महिला को करेला का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
करेला को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQs on Bitter Gourd (Karela) in Hindi
सवाल- करेले का जूस कितने दिन पीना चाहिए?
ये कड़वा करेला ही आपको कई हानिकारक बीमारियों से छुटकारा दिला सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक, प्रतिदिन करेले के जूस का पीना शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है, तो इसलिए इसका रोजाना सेवन कर सकते हैं लेकिन एक सीमित मात्रा में ही करें। क्योंकि इससे डायबिटीज और अस्वस्थ खानपान से लिवर पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।
सवाल- करेले का कड़वापन कैसे दूर करें?
करेले का सबसे अधिक कड़वापन उसके ऊपरी छिलके में होता है। ऐसे में करेलेका कड़वापन दूर करने के लिए उसके ऊपर से छिलके को छील लें। बस इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें फेंकना नहीं है, क्योंकि इस छिलके में भी काफी पोषक तत्व होते हैं। इन्हें नमक लगाकर कुछ वक्त के लिए धूप में सुखा दें।
सवाल- करेले में कौन से तत्व पाए जाते हैं?
करेले में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। करेला में आयरन, पोटेशियम, फाइबर, फास्फोर, कैरोटीन, विटामिन-सी और विटामिन-ए, मैग्नीशियम, जिंक और मैग्नीज आदि। यदि आप कब्ज से परेशान हैं, तो भी ऐसे में करेले के रस का रोजाना रूप से सेवन करें।
साथ ही इस कड़वे करेले में कैचिन, गैलिक एसिड, इपाकैचिन और क्लोरोजेनिक एसिज का एक अच्छा स्त्रोत है। ये सभी शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट यौगिक है, जो आपकी कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में सहायता कर सकते हैं।
सवाल- करेले का जूस कब पीना चाहिए?
करेले का जूस डायबिटीज के लिए रामबाण उपाय है। जी हां, आयुर्वेद के अनुसार करेले का जूस पीने से आपका ग्लूकोज लेवल कंट्रोल रहता है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को करेले का जूस पीने से सलाह दी जाती है।
सवाल- करेला खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?
करेला खाने के बाद दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपको पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। करेला खाने के बाद दूध पीने से पेट में कब्ज, दर्द और जलन की समस्या भी हो सकती है। करेले की सब्जी खाने के बाद मूली या मूली से बनी चीजों का सेवन बिल्कुल भी न करें।
सवाल- रात को करेला क्यों नहीं खाना चाहिए?
करेले में कैलोरीज और कार्ब्स भी पाए जाते हैं। अधिकतर लोग करेले की सब्जी बनाकर खाते हैं, तो कुछ लोग करेले का जूस बनाकर भी पीते हैं। वैसे तो करेले का सेवन किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन रात में करेले को न खाने की सलाह दी जाती है।