What is Ash Gourd in Hindi – सफेद पेठा क्या है?
Ash Gourd in Hindi – सफेद पेठा एक प्रकार का फल या सब्जी है। इसे ऐश गार्ड, वैक्स गार्ड, सफेद कद्दू, विंटप वाटरमेलन, कुमरा या चलकुमरा जैसे नामों से भी जाना जाता है। ये बेल पर उगने वाली सब्जी है, जो बाहर से हल्का हरा और अंदर से सफेद दिखाता है।
जबकि इसकाआकार गोल व लंबवत और स्वाद फीका होता है। गोल आकार में ये तरबूज जैसा और लंबवत आकार में ये बड़ी लोकी जैसा दिखाई देता है।
साथ ही ये सब्जी के अलावा सलाद, जूस व मिठाई के रूप में भी इसका सेवन किया जा सकता है। आगरा के फेमस पेठे के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा, वो इसी से बनाया जाता है, लेकिन जूस के रूप इसका सेवन सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। स्वास्थ्य के लिए सफेद पेठा जूस के फायदे बेहद शानदार है। ये शरीर को डिटॉक्स करने और शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायता करता है।
वहीं भारत और चीन में सफेद पेठे का सबसे अधिक सेवन किया जाता है। भारत में पुराने समय में ऋषि-मुन्नी औषधि के रूप में इसका सेन करते थे। आयुर्वेद में भी सफेद पेठे को सेहत के लिए बेहग गुणकारी बताया गया है। ये बड़े ही अफसोस की बात है कि इतना गुणकारी (what is Ash Gourd?) होने के बाद भी इसका बहुत कम सेवन किया जाता है।
सफेद पेठे में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients found in White Petha)
सफेद पेठा (Ash Gourd in Hindi) कई सारे पोषक तत्वों से भरा हुआ है जो आपको शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, आयरन, विटामिन-ए, सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक जैसे कई सार पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
सफेद पेठा के फायदे (Benefits of Ash Gourd in Hindi)
- वजन घटाने में तेजी लाता है : सफेद पेठे (Ash Gourd) में कैलोरी की मात्रा बिल्कुल कम होती है इस के जूस का सेवन वजन घटाने में काफी हद तक सहायता करता है इसके साथ ही इसमें अधिक मात्रा में फाइबर भी होता है जिसकी वजह से आपको पेट देर तक भरा होने का आभास होता है जिससे आपको भूख कम लगती है और आप बेफिजूल का बार-बार खाना खाने से बच सकते हैं। फाइबर कब्ज की समस्या (Ash Gourd in Hindi) को दूर करता है।
- शरीर को ठंडा बनाएं रखें : सफेद पेठा (Ash Gourd in Hindi) और इसका जूस बॉडी को ठंडा रखने में सहायता करता है, इसलिए ये गर्मियों में इसका सेवन जरूर करना चाहिए। कविता देवगन कहती है कि गर्मियों के मौसम में पाए जाने वाले वॉलपेपर सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है इसका सेवन गर्मियों के मौसम में ही करें बढ़ती ठंड में इस से परहेज रखना ही उचित रहेगा।
- कब्ज से राहत : सफेद पेठे में एटी-ऑक्सीडेंट, गेस्ट्रों प्रोटेक्टिव जैसे गुण होते हैं जो गैस और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में काफी सहायक है। यदि आप कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं तो इसका सेवन जरूर करें।
- मेटाबॉलिज्म बढ़ाएं : इसके सेवन से मेटोबॉलिज्म अच्छा रहता है, जिससे खाद्य पदार्थ को आसानी से पचाया जा सकता है। ऐसे में आप बेहतर स्वास्थ्य और डाइजेशन के लिए आहार में सफेद पेठे (Ash Gourd in Hindi) को शामिल करना जरूरी है।
- किडनी को डिटॉक्सीफाई करें : किडनियों के लिए भी सफेद पेठा (Ash Gourd in Hindi) फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी की हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही सफेद पेठे का जूस पीने से किडनी में मौजूद टॉक्सिन्स की सफाई होती है और किडनी में मौजूद गंदगी को साफ करने का काम करता है। इन सब कारणों से किडनी हेल्दी रहती है और सही से अपना कार्य करते हैं। वहीं कई रिसर्च में भी सफेद पेठे को किडनी के लिए फायदेमंद बताया गया है।
- पाचन तंत्र मजबूत रहे : पेठे में मौजूज आहार फाइबर पाचन के कार्यों को बढ़ाता है। ये मल को पाचन तंत्र के माध्यम से पारित करने में सहायता करता है। ये पाचन रोग जैसे कोलन कैंसर, डाइवर्टिक्युलाइटिस और आंतों की सूजन को रोकता है।
- एनीमिया से राहत दिलाए : सफेद पेठा आयरन का एक अच्छा स्त्रोत होता है, इसलिए इसका सेवन शरीर शरीर में ब्लड सर्कुलेश को इंप्रून करने में मदद करता है। वहीं ये सब्जी रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन को भी इन्हेंस करती है, जो एनीमिया जैसे समस्या से लड़ने में आपकी सहायता करती है।
- पीलिया से लड़ता है : ऐश गॉर्डया सफेद लौकी के पत्तों में कुकुर्बिटासिन (cucurbitacins) नामक पदार्थ होते हैं, जो शरीर में रक्षा प्रणाली और यकृत यानी की लिवर के कार्य को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी पत्तियों में विटामिन-सी अधिक मात्रा में होता है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली और अंतोइसीडन्ट क्षमता को बढाता है, इसलिए उन्हें पीलिया के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। साथ ही आयुर्वेद के अनुसार ऐश गॉर्ड के पत्ते धनिया के बीज के साथ पीसकर दिन में दो बार सेवन करने से पीलिया में बहुत राहत मिलती है।
- पथरी में राहत : यदि आप सफेद पेठे (Ash Gourd in Hindi) के रस का सेवन हींग में मिलाकर करें, तो पथरी की समस्या से राहत मिलेगी। सफेद पेठे में विटामिन-सी और विटामिन-बी भरपूर मात्रा में होता है जो स्टोन के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- दिल की बीमारियों का करें उपचार : घुलनशील फाइबर बॉडी में कोलेस्ट्रॉल और फैट के अवशोषण को कम करता है। ये पित्त को खत्म करता है जो कोलेस्ट्रॉल से बनता है, इसलिए ये शरीर में समग्र कोलेस्टॉल भंडाल को कम कर देता है।
सफेद पेठा के नुकसान (Disadvantages of Ash Gourd in Hindi)
पेठा खाने के फायदे तो कई हैं, लेकिन पेठा खाने के नुकसान (Ash Gourd in Hindi) भी बहुत हो सकते हैं, लेकिन नुकसान से संबंधित किसी तरह का बेहतर वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है।
- जिन लोगों को कुछ नए खाद्य पदार्थ से अधिक एलर्जी होती है, उन्हें इससे भी एलर्जी हो सकती है।
- गर्भवती और एक साल से कम उम्र के बच्चों को पेठा देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- मोटे लोों को इसका इस्तेमाल सीमित अवधि के लिए, कम मात्रा में करना चाहिए।
- ये कफ बढ़ाता है, इसलिए सर्दियों में इसका इस्तेमाल करना आदर्श नहीं है और अगर किसी कोल्ड , अस्थमा या ब्रोंकाइटिस होता है।
- ट्यूबरक्युलोसिस के बाद की अवधि में ये बहुत उपयोगी है। ये वजन में सुधार करता है।
- यदि ये मिठाई के रूप में है, तो अपच के दौरान ये आदर्श नहीं है।
सफेद पेठा अन्य सब्जियों (Ash Gourd in Hindi) की तरह ही है, लेकिन इसका इस्तेमाल अन्य की तुलना में थोड़ा अलग है। साथ ही इसका सेवन बॉडी को हेल्दी रखने में सहायता करता है। वहीं इसका जूस लेना अधिक बेहतर हो सकता है। हमने ऊपर पेठे का जूस बनाने की विधि भी बताई है।
यदि कोई गंभीर समस्या वाले इसे लेने का सोच रहे हैं, तो वे पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।