कैनोला ऑयल क्या है? – What is Canola Oil in Hindi
Canola Oil in Hindi – कैनोला ऑयल के बीजों से प्राप्त किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका नेपस है। ये बालों से लेकर स्किन के लिए ये तेल बहुत ही फायदेमंद है। इसे दिल से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटी गुण होते हैं। यदि कुकिंग ऑयल की बात करें तो कैनोला ऑयल अन्य खाना बनाने वाले ऑयल की तुलना में सबसे कम फैट होता है, इसलिए इसका सेवन काफी लाभकारी (What is Canola Oil in Hindi?) माना जाता है।
कैनोला ऑयल के फायदे – Canola Oil Benefits in Hindi
कैनोला ऑयल के निम्नलिखित फायदे कुछ इस प्रकार है –
- सूजन कम करने के लिए : ये तेल बुढापे की वजह से होने वाले जोड़ों में दर्द और हड्डियों के सख्त होने को रोकता है। ये गठिया के उपचार के लिए भी(canola oil benefits in hindi) अच्छा होता है और श्वसन या पाचन विकारों की वजह से होने वाली सूजन को भी कम करने में सहायता करता है।
- बालों की देखभाल के लिए : कैनोला तेल (Canola Oil in Hindi) बालों के लिए भी लाभकारी होता है। ये बालों के मॉइस्चराइजर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि ये डैंड्रफ को रोकने में मदद करता है, बालों को चमकदार बनाता है और बालों के बढ़ने में मदद करता है।
- स्किन केयर प्रोडक्ट में होता है इस्तेमाल : स्किन की सुरक्षा हर कोई करता है, क्योंकि स्किन को सूंदर करने के लिए तेल का इस्तेमाल करते हैं। कैनोला तेल स्किन स्वास्थ्य के लिए अच्छा (canola oil benefits in hindi) माना जाता है, इसमें विटामिन-सी और एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो स्किन के लिए लाभकारी होता है। सूर्य की पराबैगनी किरण से बचाव करता है और बाहर जाने से पहले अपनी स्किन पर तेल लगाकर निकले।
- कैंसर की रोकथाम में : विटामिन ई के जैसे एंटीऑक्सिडेंट कैंसर के खिलाफ बहुत ही प्रभावी होते हैं। फ्री रेडिकल हेल्थ की कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में बदलते हैं, इसलिए आपके आहार में विटामिन-ई का होना अहम माना जाता है। ऐसे में कैनोला तेल कैंसर होने की संभावनाओं को बहुत कम करता है।
- शुगर कंट्रोल करें : कैनोला तेल (Canola Oil in Hindi) में मौजूद फैट सीरम कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही हानिकारक कोलेस्ट्रॉल एलएडीएल की मात्रा को भी कम करने में सहायता करता है। साथ ही ट्राइग्लिसराइड यानी की रक्त में मौजूद एक तरह के फैट को भी कम करता है। ये दोनों यानी कॉलेस्ट्रॉस और ट्राइग्लिसराइ़ डायबिटीज के जोखिम कारक माने जाते हैं। तब ऐसे में कहा जाता है कि इसका सेवन आपको डायबिटीज के खतरे से बचाता है।
- शरीर को एनर्जेटिक बनाए : कैनोला तेल का सेवन आपको ऊर्जावान बनाए रखने में भी सहायता करता है। जी हां, कैनोला तेल में एसेंशियल फैटी एसिड्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है और लिपिड यानी फैट आपके शरीर में पहुंचकर ऊर्जा देने का काम करता है।
- अस्थमा में राहत : अस्थमा से पीड़ित मरीजों में बावल डिसऑर्डर की वजह से आने वाली सूजन या गठिया रोग से पीड़ित लोगों की सूजन को कम करने के लिए भी इस तेल का इस्तेमाल किया जाता है।
- मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाए : एंटीऑक्सिडेंट जो फ्री रेडिकल का मुकाबला करते हैं वे कैनोला तेल (Canola Oil in Hindi) में मौजूद होते हैं और मस्तिष्क को नुकसान होने से रोकते हैं। ये अल्जाइमर डिजीज और मनोभ्रंश होने के जोखिम को कम करता है।
- ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करें : कैनोल ऑयल (Canola Oil in Hindi) में विटामिन ई और के भी पर्याप्त मात्रा में होता है और इसमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड्स और एंटी-ऑक्सिडेंट्स भी पाए जाते हैं। ये ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है लिहाजा इसे बटर या घी की जगह उपयोग कर सकते हैं।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करें : कैनोल में मौजूद विटामिन-ई भी एक लिपिड-घुलनशील एंटी-ऑक्सीडेंट है, जिसका अर्थ है कि ये पूरे शरीर में सेल झिल्ली को बचाने में सहायता करता है। ये हमारे शरीर को बाहरी तत्वों से बचाने और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के (Canola Oil in Hindi) लिए जरूरी होता है।
कैनोला ऑयल के नुकसान – Canola Oil side effects in hindi
कैनोला ऑयल (Canola Oil in Hindi) के फायदे तो बहुत है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग करने से कुछ नुकसानदायक परिणाम शरीर पर देखने को मिल सकते हैं जैसे –
- कैनोला ऑयल का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से दिल की बीमारी के जोखिम हो सकते हैं, इसलिए इस तेल का इस्तेमाल कम मात्रा में करें।
- कुछ अध्ययन के अनुसार, कैनोला ऑयल मस्तिष्क पर बुरा असर डालता है। साथ ही दिमाग को कमजोर, याद्दाश्त की शक्ति को कम (side effects of canola oil) करने का कारण बनता है।
- ये तेल किडनी और लीवर पर नेगेटिव इम्पेक्ट डालता है, क्योंकि ये तेल बायोटेक्नोलॉजी प्रक्रिया से बनाया गया है, इसलिए किडनी और लिवर के नुकसान हो सकता है।
- इस तेल का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए।
- कुछ लोगों के मुताबिक, कैनोला ऑयल में विषाक्त पदार्थ हो सकता है, इस तेल का इस्तेमाल सीधे स्किन पर करने से स्किन संबंधिक समस्या आ सकती है।
यदि आपको कैनोला ऑयल (Canola Oil in Hindi) का इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य में किसी प्रकार की अनियमियता हो रही है, तो इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में कर दें और अपनी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाए और अच्छे जनरल फिजिशियन से तुरंत संपर्क करें।
FAQs – कैनोला ऑयल के बारे में पूछे जाने वाले सवाल-जवाब
Q.1 कैनोला ऑयल के बदले हम क्या इस्तेमाल कर सकते हैं?
कैनोला ऑयल में विटामिन ई और के भी पर्याप्त मात्रा में होता है और इसमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड्स और ऐंटीऑक्सिडेंट्स भी पाए जाते हैं। ये ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, लिहाजा इसे बटर या घी की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं। खाने में कैनोला ऑयल का सेवन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है।
Q.2 कनोला तेल को हिंदी में क्या कहते हैं?
कैनोला का नाम 1978 में ‘कैने डियन ऑयल, लो.ए.सिड’ से लिया गया था। ब्रैसिका जुन्सिया के विभिन्न लाइनों की क्रॉस-ब्रीडिंग से उत्पन्न लीयर के रूप में जाने जाने वाले एक उत्पाद को भी कैनोला ऑयल के रूप में संदर्भित किया जाता है और इस खाने के लिए सुरक्षित समझा जाता है।
Q.3 क्या कैनोला कुकिंग ऑयल है?
कैनोला ऑयल में मोनो-असंतृप्त वसा, ओमेगा 3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है जो इसे वां सबसे स्वस्थ खाना पकाने का तेल बनाती है। हडसन कैनोला ऑयल विटामिन ए, डी, ई, और के से भी भरपूर है जो दिल को हेल्दी रखने में सहायता करता है।
Q.4 क्या कैनोला ऑयल में बना खाना खाने से शुगर कंट्रोल होता है?
एक शोध के अनुसार, कैनोला तेल शुगर कंट्रोल करने में सक्षम हैं। वहीं 2014 की एक शोध में बताया गया है कि कैनोला तेल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में भी फायदेमंद साबित हो सकता है। इस शोध में टाइप-2 डायबिटीज के 141 मरीजों को शामिल किया गया था।