Green Tea vs Black Tea Benefits:
चाय पीना किसे पसंद नहीं. सुबह सोकर उठते ही लोग बेड पर गर्मा-गर्म एक प्याली चाय की चुस्की लिए बिना फ्रेश फील नहीं करते हैं. चाय पीने से थकान भी दूर होती है. कुछ लोग तो एक दिन में 3-4 कप दूध वाली चाय पी जाते हैं,
लेकिन सेहत के लिए दूध वाली चाय से कहीं बेहतर है हर्बल टी. हालांकि, हेल्थ कॉन्शस लोग अब दूध वाली चाय की जगह ग्रीन टी, ब्लैक टी को अधिक तवज्जो देने लगे हैं. कुछ लोग ग्रीन टी इसलिए भी पीते हैं, क्योंकि यह वजन कम करने में मदद करती है.
ग्रीन और ब्लैक टी दोनों ही सेहत के लिए बहुत स्वास्थ्यवर्धक होती हैं. लेकिन, दोनों चाय में से अधिक फायदेमंद सेहत के लिए कौन सी हैं, इसे भी जानना ज़रूरी है.
ग्रीन टी के फायदे
टीओआई में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीन टी की पत्तियां फर्मेंटेड नहीं होती हैं और ना ही ये ऑक्सिडेशन प्रॉसेस में जाती हैं, लेकिन ब्लैक टी इन सभी प्रक्रिया से गुजरती है. इसमें कैटेचिन काफी अधिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज है,
जो कैंसर जैसी घातक बीमारी, हार्ट डिजीज आदि के होने के जोखिम को कम करता है. इतनी ही नहीं, ग्रीन टी में कॉफी में पाए जाने वाले कैफीन की एक चौथाई मात्रा भी होती है, जो इसे स्वास्थ्यवर्धक बनाता है. ग्रीन टी पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है.
इसे आप दिन में या फिर शाम में भी पी सकते हैं. इसमें एसिडिक तत्व कम होता है. शुद्ध ऑर्गैनिक ग्रीन टी त्वचा के लिए भी हेल्दी होती है. इससे स्किन ब्राइट होती है, मेटाबॉलिज्म तेज होता है, इम्यूनिटी मजबूत होती है. एक कप गर्म ग्रीन टी पीने से आपको अधिक तरोताजा महसूस हो सकता है,
जो किसी ठंडे ड्रिंक को पीने के बाद महसूस नहीं होता. इसमें थियानिन होता है, जो एक नेचुरल तत्व है. यह शरीर में शांत और सुखद असर करती है.
ब्लैक टी के फायदे
ऐसा नहीं कि ग्रीन टी के मुकाबले ब्लैक टी कम हेल्दी है. ब्लैक टी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, साथ ही इसमें कॉफी में पाए जाने वाले कैफीन का एक तिहाई हिस्सा होता है. ब्लैक टी शरीर को मॉइस्चराइज भी करती है और मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को भी बढ़ाती है.
साथ ही बैक्टीरिया से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनिटी पावर को भी मजबूत करती है. यदि आप ब्लैक टी का सेवन करते हैं, तो इससे एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है. इसे पीते ही सुबह आंख जल्दी खुल जाती है और मूड फ्रेश हो जाता है. हालांकि, ब्लैक टी में एसिडिक तत्व अधिक होता है,
इसलिए इसमें नींबू डालकर पीना चाहिए ताकि एसिडिक तत्व का असर कम हो जाए. ब्लैक टी के शौकीन अधिकतर लोग होते हैं, इसलिए यह भारत के साथ ही कई देशों में खूब पी जाती है. गर्मी में खासकर इसे पीना चाहिए, क्योंकि यह सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाती है. इससे आप हाइड्रेटेड बने रहते हैं और मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है.
दोनों चाय में कौन सी है अधिक बेहतर
दोनों ही चाय के अपने अलग-अलग सेहत लाभ हैं और ये दूध वाली चाय से कहीं अधिक हेल्दी होती हैं. ये दोनों ही कैमेल्लिया सिनेंसिस की पत्तियों से तैयार होती हैं. बस इन दोनों का प्रॉसेसिंग करने का तरीका अलग-अलग होता है. ग्रीन या ब्लैक टी एक बेहतरीन और उत्कृष्ट पेय पदार्थ के विकल्प हैं.
हालांकि, इनका सेवन भी सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, तभी आपको अधिक लाभ होगा. गर्मी के मौसम में आप दूध वाली चाय की जगह इन दोनों चाय को दिनचर्या में शामिल करें और पाएं ढेरों सेहत लाभ.
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FIRST PUBLISHED : May 31, 2022, 19:00 IST
यह लेख hindi.news18.com से लिया गया है