हार्ट डिजीज से लेकर डायबिटीज तक – Many benefits of banyan fruit!
Banyan Tree Fruit – बरगद का पेड़ को वट वृक्ष या बड़ का पेड के नाम से भी जाना जाता है। आपने अपने घरों के आसपास इस विशाल पेड़ को तो जरूर देखा होगा। वहीं उत्तर भारत के बहुत से राज्यों में इस पेड़ की पूजा की जाती है। ऐसा देखने में भी आता है कि इस पेड़ के नीचे सैंकड़ों की तादात में इसके फल (Banyan Tree Fruit) गिरे रहते है और वे पड़े-पड़े सड़ जाते हैं, लेकिन आपको जानकारी हैरानी होगी कि, इस बरगद के पेड़ के बहुत से स्वास्थ्य लाभ भी है। जी हां, रगद का पेड़ में बहुत से पोषत तत्व होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर से लेकर कोरोनरी हार्ट डिजीज को कंट्रोल के साथ-साथ कई बीमारी के लिए उपयोगी है
बरगद का पेड़ प्राचीन समय से ही भारतीय आयुर्वेद में इसका प्रयोग (बरगद का फल के फायदे) औशधियों के रूप में किया जाता है। इसके फल के अलावा बरगद के छाल, पत्ते, दूध और बीज भी कई रोगों के इलाज में काम आती है। इसका बोटैनिकल नाम का फाइकस बेंगालेंन्सिस है।
बरगद के फल में मौजूद पोषक तत्व (Nutrients present in Banyan Tree Fruit in Hindi)
- ऊर्जा 259 कैलोरी
- चीनी 47.92 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट 63.87 ग्राम
- वसा 0.93 ग्राम
- प्रोटीन 3.30 ग्राम
- थायमिन (विटामिन बी1) 0.085 मिलीग्राम
- नियासिन (विटामिन बी3) 0.619 मिलीग्राम
जबकि इसकी पत्तियों में भी प्रोटीन 9.63 प्रतिशत, फाइबर 26.84 प्रतिशत, कैल्शियम 2.53 प्रतिशत और फास्फोरस 0.4 प्रतिशत पाया जाता है। बरगद के पेड़ की जड़, पत्तियां. दूध और फल का (Banyan Tree Fruit) सेवन करने से आपके समग्र स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
बरगद के फल के स्वास्थ्य फायदे (Health benefits of Banyan Tree Fruit in Hindi)
बरगद का पेड़ अपने विभिन्न औषधीय प्रयोगों और गुणों से महिला, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सभी के लिए अत्यंत फायदेमंद है। बरगद के पेड़ का इस्तेमाल या औषधीय इस्तेमाल इस प्रकार के किया जा सकता है जैसे –
1. हार्ट अटैक से बचाव (heart attack prevention)
हार्ट अटैक दुनिया की सबसे खतरनाक और अचानक से आने वाली बीमारी है जिसमें से 80 प्रतिशत लोगों को अपने साथ लेकर जाती है। इसमें फैट के अलावा जो धमनी को बंद कर देता है, दिल की बीमारी जैसे कोरोनरी हार्ट डिजीज (coronary heart disease) व्यक्ति के शरीर में हाई सोडियम लेवल की वजह से हो सकता है। हाई सोडियम लेवल धमनी को संकुचित करता है और पूरे शरीर में ब्लड के वितरण को धीमा करता है। साथ ही बरगद के पेड़ के फल (Banyan Tree Fruit) के पोषण मूल्य के बारे में शोध के आधार पर पाया गया है कि, बरगद के फल में हाई मात्रा में पोटेशियम होता है, जो शरीर के सोडियम लेवल को कम करने के लिए अच्छा होता है।
इसमें मैग्नीशियन, फॉस्फोरस, ओमेगा 3 और 6 जैसे प्राकृतिक खनिज भी होते हैं, और पॉलीफेनॉल (polyphenols) जो ब्लड प्रेशर को कम करने और कोरोनरी हार्ट डिजीज को रोकने के लिए इस्तेमाल होता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, दिन में कम से कम एक बार बरगद के पेड़ फल (बरगद का फल के फायदे) का सेवन करने से अचानक आने वाले दिल का दोरा पड़ने की संभावना कम होती है।
2. वजन कम करें (lose weight)
बरगद के पेड़ का फल जादुई रूप से वजन बढ़ाने और घटाने दोनों में सक्षम है। वजन बढ़ाने के लिए हम सोने से ठीक पहले बरगद के पेड़ के फलों के रस का नियमित रूप से दूध के साथ सेवन कर सकते हैं। बरगद के फल में निहित आहार फाइबर हमारे शरीर में फेट की मात्रा को जोड़े बिना वजन बढ़ाने और एक चुस्त शरीर देने में सक्षम है। वहीं वजन कम करने के लिए हम बरगद के पेड़ के फलों (Banyan Tree Fruit) का जूस बिना दूध और चीनी के (बरगद का फल और मिश्री) पी सकते हैं। रोजाना व्यायाम के साथ ही सबसे अधिक प्रभावकारी होता है।
3. इम्यूनिटी को मजबूत करें (strengthen immunity)
हेल्दी लाइफ के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखना बहुत आवश्यक है। इम्यूनिटी आपको बीमारियों से लड़ने में सहायता करती है और आपको उनसे बचाती है। शोध के अनुसार, इसकी पत्तियों में कुछ खास तत्व जैसे – हेक्सेन, ब्यूटेनॉल, क्लोरोफॉर्म और पानी मौजूद होता है। ये सभी तत्व संयुक्त रूप से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक साबित होता है। साथ ही बरगद के पेड़ की छाल एक (बरगद का फल के फायदे) अच्छा प्रतिक्षा बढ़ाने वाला एजेंट है।
4. दस्त और पेचिश में आराम (Relief in diarrhea and dysentery)
बरगद के पत्ते की कलियां पुराने से भी पुराने दस्त और पेचिश के इलाज में फायदेमंद होती है। इन रोगों क उपचार में कलियों को रातभर पानी में भिगोकर जलसेक के रूप में लेना चाहिए लेटेक्स दस्त और पेचिश के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।
5. ब्लड शुगर को कंट्रोल करें (control blood sugar)
बरगद के पेड़ का फल (Banyan Tree Fruit) अपनी मिठास के लिए जाना जाता है और वहीं डॉक्टर डायबिटीज रोगियों के लिए कुछ मीठा खाने की सलाह नहीं देते हैं, लेकिन बरगद के पेड़ का फल मीठा होता है और इसमें मौजूद फ्रूक्टोज और ग्लूकोज आपके ब्लड शुगर को बढने नहीं देता है।
साथ ही फ्रूक्टोज और ग्लूकोज के अलावा, बरगद के पेड़ के फल में असंतृप्त फाइबर और कार्बोहाइड्रे भी होते है जो आपके पाचन पर अतिरिक्त चीनी अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा कर देती। इसके अतिरिक्त, पोटेशियम हमारे भोजन के बाद अवशोषित चीनी की मात्रा को कंट्रोल करने में सहायता करती है।
6. डिप्रेशन को कम करें (reduce depression)
डिप्रेशन की समस्या में भी बरगद के पेड़ को लाभकारी माना गया है, लेकिन एनसीबीआई (NCBI) के छपे लेख के अनुसार, बरगद पर किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि, बरगद के संपूर्ण पेड़ में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो मानसिक क्षमता को बढ़ाने के साथ चिंता और तनाव की समस्या को खत्म करने में असरदार है। इसके अलावा ये दिमाग की नसों (बरगद का फल के फायदे) को भी आराम पहुंचाते हैं।
7. डायरिया से बचाव (prevention of diarrhea)
बरगद के पेड़ से जो सफेद पदार्थ निकलता है उसमें रेजिन, एल्बयूमिन, सेरिन, शुगर और मैलिक एसिड जैसे कई पोषत तत्व पाए जाते हैं, जिनकी मदद से डायरिया, डिसेंट्री और बवासीर की समस्या का उपचार किया जा सकता है।
8. ओरल हेल्थ में लाभ (Benefits in oral health)
बरगद के पेड़ में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल ओरल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं। ये दांतों और मसूडों में बैक्टीरिया की समस्या और सूजन की स्थिति को खत्म करने में सहायता करते हैं। दांतों की सफाई के लिए आप इसके नरम तनों का इस्तेमाल कर दातून (बरगद के फल का चूर्ण) के तौर पर भी करते हैं।
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डिस्कलेमर (Disclaimer)
इस लेख में दी गई जानकारियां केवल सूचनात्मक है। अगर आपको को किसी बीमारी के कुछ संकेत नजर आ रहे हैं तो जांच करवाएं और उन्हीं के अनुसार अपना जीवनशैली और आहार का खास ध्यान रखना हैं।