Yoga Session With Savita Yadav
आजकल के लाइफस्टाइल में शरीर को हेल्दी रखने के लिए अपनी फिटनेस पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है. कुछ लोग इसके लिए दौड़ लगाते हैं, कुछ जिम में एक्सरसाइज करते हैं, तो कुछ लोग योग द्वारा अपनी शरीर और मन का स्वस्थ रखते हैं. (How yoga is different from exercise and running) अक्सर लोगों के मन में ये सवाल आता है कि हम फिट रहने के लिए दौड़ लगाते हैं, सैर करते हैं, जिम जाते हैं, फिर योगासन से हमें क्या लाभ होता है.
योग प्रशिक्षिका सविता यादव (Savita Yadav) के अनुसार, जब हम आसन करते हैं, तो हम शरीर के अलग-अलग भाग पर प्राण वायु का संचार बढ़ाते हैं. जैसे अगर हम बैकवर्ड बैंडिंग (Backward Bandings) करते हैं, तो हमारी फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है. उनमें अच्छा खिंचाव होता है. पूरे शरीर में हमारी मसल्स जो जकड़ी हुई है, उनकी जकड़न कम होती है. ऐसे ही शरीर के अलग-अलग भागों में जहां पर भी प्राण वायु का अवरोध होता है,
प्राण वायु ठीक से नहीं जा रही है, ब्लड सर्कुलेशन रुका हुआ है, ब्लड सर्कुलेशन बॉडी अच्छे से नहीं हो रहा है, उनको खोलने, उनको सही करने के लिए आसनों का अभ्यास होता है. योगासन आपके शरीर में दृढ़ता लेकर आते हैं. आसन आगे चलकर आपको ध्यान की अवस्था में लेकर जाते हैं,
क्योंकि आपका शरीर सही होगा, तभी आप ध्यान लगा पाएंगे. स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है, इसलिए अगर आपका शरीर अच्छा रहेगा, तो आपका मन भी अच्छा रहेगा. आज न्यूज़18 हिंदी के फेसबुक लाइव सेशन में योग प्रशिक्षिका सविता यादव (Savita Yadav) ने योगाभ्यास कराया और इसके लाभों की जानकारी दी.(How yoga is different from exercise and running)
इस तरह करें शुरुआत (How yoga is different from exercise and running)
आसनों को करने के लिए सबसे पहले अपने मैट पर बैठें और दोनों हथेलियों को सामने की तरफ करते हुए, उंगलियों के माध्यम से जोड़ लें. फिर स्ट्रेच करें और उन्हें ऊपर की तरफ ले जाएं. अब 10 तक गिनती गिनें और फिर हाथों को नीचे ले लाएं.
अब ध्यान की मुद्रा में बैठ जाएं और गहरी सांस लेते हुए अपनी सांस की आवाज पर ध्यान केंद्रित करें. अब ‘ओम’ शब्द का उच्चारण करें और प्रार्थना करें. इस बात का ध्यान रखें कि सांस को लयबद्ध तरीके से लें और बाहर निकालें.
- व्रजासन: इस आसन को करने से कई आसन करने में आसनी होती है, इसलिए सबसे पहले व्रजासन करें. ये अपने आप में एक महत्वपूर्ण योगासन है. जिन लोगों को घुटनों की समस्या है, वो इसे ना करें. वज्रासान में बैठने के लिए मैट पर दोनों घुटनों को मोड़कर एड़ी को कूल्हों पर लगाकर बैठना होता है.
- मार्जार्यासन: मार्जार्यासन करने के लिए व्रजासन में बैठ जाएं. ऐसे बैठने के बाद बाजुओं को कोहनी के बल मैट पर टिका लें. एक तरह से आप कैट पोजिशन में आ जाते हैं. ठीक ऐसी अवस्था जैसे हम बच्चों को पीठ पर बैठाकर घोड़े की सवारी कराते हैं. इसमें गर्दन ऊपर की तरफ करते हुए सांस लेनी है. सांस लेते वक्त कमर नीचे होनी चाहिए और फिर सांस छोड़ते समय गर्दन नीचे और कमर वापस ऊपर करनी होती है. मार्जार्यासन आपके फेंफड़ों की क्षमता भी बढ़ता है. इसके कम से कम 10 सेट करने हैं.
- व्याघ्रासन: ये आसन भी कुछ ऐसी ही पोजिशन में होता है. मैट पर दोनों हेथेलियों और दोनों घुटनों के बल पर कैट पोजिशन लेनी है. इसके बाद एक हाथ और एक पैर को एक साथ पीछे और आगे की तरह उठाते हुए स्ट्रेच करना है. ध्यान रहे कि पैर और हाथ अगल-अलग होने चाहिए यानी अगर आप लेफ्ट पैर उठाते हैं, तो हाथ राइट वाला उठाना है. ऐसे ही राइट पैर उठाते वक्त लेफ्ट हाथ को स्ट्रेच करना है. साथ-साथ सांस भी लेनी है. घुटने को वापस लाते हुए आगे तक लाना है. एक पैर से 10 बार करना है. दूसरे पैर से भी 10 बार करना है.
- सुप्त वज्रासन: सुप्त व्रजासन करने के लिए आपको सबसे पहले वज्रासन में बैठना है. इसके बाद आपको पीछे की तरफ लेटना है, लेकिन घुटनों को नहीं उठना है. अपनी कोहनियों का सहारा लेते हुए पीछे की तरफ लेट जाएं. आपका सारा वजन गर्दन पर आ जाता है. हाथ आपके जमीन पर होते हैं. कमर को उठाते हुए 10-10 सेकंड के दो रैप करें.
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FIRST PUBLISHED : May 30, 2022, 12:09 IST
यह लेख hindi.news18.com से लिया गया है