Fruits which Control Sugar Level:
एक डायबिटीज के मरीज के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है अपना ब्लड शुगर लेवल मैनेज करके रखना. ब्लड शुगर बढ़ने से मधुमेह को कभी भी कंट्रोल में नहीं रख सकते हैं. एक बार किसी को इस बीमारी के होने का पता चल जाता है, तो सबसे पहले खानपान पर प्रतिबंध लग जाता है. इस बीमारी के होने पर उन सभी फूड आइटम्स को खाने से परहेज करना चाहिए, जिनके सेवन से ही शुगर लेवल हाई हो जाए. अक्सर अपने खानपान को लेकर मधुमेह के मरीजों में एक शंका बनी रही रहती है. सबसे बड़ा कंफ्यूजन उन्हें फलों के सेवन के दौरान होता है. ज्यादातर लोग जानकारी के अभाव में कई तरह के फल खाते रहते हैं, जो शुगर लेवल को बढ़ाते हैं.
दरअसल, फलों में प्राकृतिक रूप से शुगर की मात्रा होती है, जो आर्टिफिशियल शुगर की ही तरह ब्लड शुगर को बढ़ा देते हैं. लेकिन फलों में मौजूद ये नेचुरल शुगर नुकसानदायक नहीं होते हैं. बावजूद इसके आपको कोई भी फल सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. चूंकि, फलों में एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व भरपूर होते हैं, इसलिए इन्हें डाइट से पूरी तरह से निकालना सही नहीं है. यदि आप फलों का सेवन करना चाहते हैं, जो शुगर लेवल को कंट्रोल में रखते हों, तो आप अपनी डाइट में इन फलों को जरूर शामिल करें.
इसे भी पढ़ें: मधुमेह रोगियों के लिए 15 सब्जियां
आड़ू करे शुगर लेवल कंट्रोल
टीओआई में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, आड़ू एक ऐसा फल है, जिसका सेवन डायबिटीज के मरीज कर सकते हैं. इसमें फाइबर अधिक होता है. विटामिन ए, सी, पोटैशियम से भरपूर यह फल अचानक से ही एक बार में ब्लड शुगर बढ़ा देता है. आड़ू में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड डायबिटीज के कारण होने वाले मोटापे और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी लड़ सकता है. आड़ू हर दिन खाने से सूजन, प्रतिरक्षा प्रणाली और पाचन में सुधार करने में भी मदद कर सकता है.
जामुन डायबिटीज में खाना है हेल्दी
आयुर्वेद में वर्षों से जामुन को इंसुलिन संवेदनशीलता को ठीक करने के लिए किए इस्तेमाल किया जाता है. इस फल में शुगर की मात्रा कम होती है. यदि आप इसका सेवन हर दिन करते हैं, तो काफी हद तक ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है. दरअसल, कुछ काले फलों में मौजूद कम्पाउंड और एंटीऑक्सीडेंट स्टार्च को ऊर्जा में बदलने और ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करते हैं.
अमरूद भी शुगर लेवल ना बढ़ने दे
कम कैलोरी और फाइबर से भरपूर अमरूद को धीरे-धीरे पचाया जा सकता है. यह कोशिकाओं द्वारा धीरे-धीरे अवशोषित किया जा सकता है. यह भी अन्य फलों की तरह ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता है. इसमें संतरे की तुलना में 4 गुना अधिक विटामिन सी होता है. इसके अलावा, इसमें सोडियम की मात्रा कम और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है. ये पोषक तत्व प्रतिरक्षा को बढ़ाने और क्रोनिक डिजीज के विकास के जोखिम को कम करने में भी फायदेमंद होते हैं.
पपीता खाएं, शुगर लेवल रहेगा मेंटेन
इसे भी पढ़ें: मधुमेह पपीते का सेवन करना चाहिए या नहीं?
पपीता खाकर भी आप ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, पपीते का शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव हो सकता है. इसमें फ्लेवोनॉएड्स भी होते हैं, जो एक नेचुरल एंटीऑक्सिडेंट हैं. यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कोशिका क्षति को रोक सकते हैं. वजन को बढ़ने नहीं देते हैं. कम कैलोरी वाला फल विटामिन बी, फोलेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होता है.
सेब से भी होता है शुगर लेवल कंट्रोल
सेब फाइबर और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, लेकिन फ्रुक्टोज में सबसे कम होता है. सेब भी एक बेहतरीन फल है, जिसे डायट में शामिल करना चाहिए. इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो कब्ज से बचाते हैं. देर तक पेट भरे होने का अहसास कराते हैं. फाइबर पाचन प्रक्रिया और चीनी के अवशोषण को भी धीमा कर देता है. इसका मतलब है कि चीनी ब्लडस्ट्रीम में धीरे-धीरे प्रवेश करती है और ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाती है.
FIRST PUBLISHED : May 14, 2022, 06:26 IST
यह लेख hindi.news18.com से लिया गया है
स्वस्थ्य सम्बंधित जानकारियों के लिए टीवी Health को Google News | Twitter | Facebook पर फॉलो करे ताकि आप एक भी जानकारी मिस न कर पाए.