शरीर में बढ़े कोलेस्ट्रॉल के संकेत, इस तरह करें बचाव! ( Symptoms of High Cholesterol )
पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में दिल की समस्याओं के मामले काफी तेजी बढ़े हैं। WHO के मुताबिक, दिल की समस्या दुनियाभर में मौत के प्रमुख कारणों में से एक हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये हैं कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ना (Symptoms of High Cholesterol) दिल की बीमारी की मुख्य वजह मानी जाती है। कोलेस्ट्रॉल, लिवल द्वारा उत्पादिक एक वसायुक्त पदार्थ है, जो सेल मेंब्रेन्स का निर्माण करती है। कोलेस्ट्रॉल वैसे तो शरीर के लिए आवश्यक है लेकिन इसका बढ़ना गंभीर समस्याओं को जन्म देता हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ना दिल संबंधी गंभीर बीमारियों का कारण बनती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल के दो प्रकार होते हैं गुड़ कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल। गुड़ कोलेस्ट्रॉल हमारे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, लेकिन बैड कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक ने निर्माण और रूकावट का कारण बनती है। इस स्थिति में हार्ट अटैक, स्ट्रोक या कोलेस्ट्रॉल के लेवल पर ध्यान रखकर कई समस्याओं से बचा जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण सांस, जबड़े और बाहों पर दिखाई देते हैं।
कोलेस्ट्रॉल या पित्तसांद्रव मोम जैसा एक पदार्थ होता है, जो यकृत से उत्पन्न होता है। यह सभी पशुओं और मनुष्यों के कोशिका झिल्ली समेत शरीर के हर भाग में पाया जाता है। पढ़े विकिपीडिया के अनुसार
बढ़े कोलेस्ट्रॉल के लक्षण (Symptoms of Bad Cholesterol)
वैसे तो हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण सामने नहीं आते हैं, लेकिन जब दिमाग या दिल में रक्त संचार अवरुद्ध हो जाता है तो बॉडी में इसके कुछ और संकेत जरूर देखने को मिलते हैं। बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के लेवल का कारण हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है। साथ ही शरीर में कुछ और लक्षण अगर लंबे समय तक बने रहते हैं तो इन्हें गंभीर संकेत माने जाते हैं जैसे, मतली आना, जबड़ो और बांहों में दर्द, बहुत अधिक पसीना आना, सांस लेने में दिक्कत आदि। इसके अलावा कुछ लोगों में नीचे दिए हुए लक्षण भी नजर आते हैं। आप इन संकेतो को पहचान कर अपना इलाज शुरू कर सकते हैं।
- पैरों का ठंडा पड़ना (cold feet) – जब आपके पैर चिलचिलाती गर्मी में भी ठंडे पड़ जाएं तो समझ जाइए कि आपके शरीर में कुछ तो खराबी है। तब आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
- स्किन संबंधी समस्या (skin problem) – जब आपके शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है तो पैर की स्किन और नाखून के रंग बदलने लगते हैं। ऐसा खून की कमी की वजह से होता है।
- पैरों में दर्द और ऐंठन (leg pain and cramps) – जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल शरीर में बढ़ता है तो तर्जनी, एडी या पैरों की उंगलियों में भी ऐंठन होती है। रात के समय में ये दर्द अधिक उभर के आता है।
- थकावट महसूस होना (feeling tired) – जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है थकावट, चिड़चिड़ापन महसूस होने लगता है तो ऐसे हालात में सामान्य तरीके से चलने में भी दिक्कते आती है और पैरों में हमेशा भारीपन महसूस होता है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए क्या करें? (What to do to control cholesterol?)
कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से बेहद आसान से रोका जा सकता है, जिसके लिए आपको नीचे दी गई बातों का अवश्यक ध्यान देना जरूरी है।
- जीवनशैली में बदवाल करना चाहिए।
- व्यायाम करना चाहिए।
- सैचुरेटेज फैट और मिठाइयों का सेवन कम करें।
- एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट सबसे अच्छा बचाव है।
- डाइट में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाएं।
- खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करें।
- एरोबिक को शामिल करें, जैसे रनिंग, जॉगिंग, स्विमिंग, साइकिलिंग, इनसे कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है।
- वाइट शुगर,वाइट नमक और आलू कम करें।
- कार्बोहाइड्रेट, फैट, घी को कम करने से कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है।
इसके अलावा आपका हाई कोलेस्ट्रॉल रहता है तो अंडे के पीले भाग, चिकन, मक्खन, चीज़, प्रोसेस्सेड मीट, शुगर और फास्ट फूड से दूर रहें। अपनी डाइट में गुड कोलेस्ट्रॉल को शामिल करें जैसे कि, दाल, ओट्स, बींस, भिंडी, नट्स और सोयाबीन। ऐसे करने से आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा।