चिचिंड़ा क्या होता है? – What is Snake Gourd?
Snake Gourd Benefits – चिचिंडा सब्जी तोरू और घीया के परिवार से संबंधित है। चिचिंडा को अंग्रेजी में स्नेक गार्ड भी कहते हैं, क्योंकि ये स्नेक जैसा दिखता है। चिचिंडा सब्जी हेर रंग की होती है इसके ऊपर सफेद रंग की लाइन होती है, लेकिन ये लाइन पक जाने के उपरांत हो होती है। कच्चा होने पर ये लाइने नहीं होती है। चिचिंडा में बहुत सारे औषधीय गुण भी शामिल होते हैं और अनेक बीमारियों की सलाह दी जाती है।
चिचिंडा में मौजूद पोषक तत्व – Nutritions of Snake Gourds in Hindi
चिचिंडा में विटामिन-ई के अतिरिक्त, कैल्शियम , मैग्नीशियमस फास्फोरस जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं, इसलिए आप चिचिंडा का भोजन में इस्तेमाल करने के साथ ही जब उसे उसे अपनी स्किन पर लेप को रूप में इस्तेमाल करते हैं तो वे आपकी स्किन को सभी तरह की समस्याओं से दूर रखने में सहायता करता है। वहीं चिचिंडा सिर्फ स्किन के लिए ही लाभकारी (snake gourd benefits) नहीं हैं।
चिचिंडा खाने के फायदे – Snake Gourd Benefits in Hindi
वजन घटाएं – Snake Gourd for Weight Loss in Hindi
चिचिंडा को कम कैलोरी वाली सब्जी में से एक माना जाता है। इसमें फैट की मात्रा भी न के बराबर पाई जाती है। इसको डाइट में शामिल कर वजन को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
दिल का ख्याल रखे – Snake Gourd for Healthy Heart in Hindi
स्नेक गार्ड का दिल के स्वास्थ्य पर सकारात्मक ((snake gourd benefits) प्रभाव डालती है। एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, चिचिंडा में कुकुरबिटासिन-बी, कुकुरबिटासिन-ई, कैरोटीनॉयड और एस्कॉर्बिक एसिड होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि की तरह काम करता है। एंटीऑक्सीडेंट, फ्री रेडिकल्स द्वारा किए गए ऑक्सीडेटिव चैन रिएक्शन को रोकने का काम करता है। इससे ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम किया जा सकता है। साथ ही ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम किया जा सकता है। ऑक्सीडेटिव डैमेज की वजह से दिल की बीमारी पनप सकती है, इसलिए चिचिंडा दिल के लिए लाभकारी हो सकता है।
किडनी को डिटाॅक्स करे – Kidney Detox with Chichinda in Hindi
चिचिंडा की सब्जी (snake gourd vegetable in hindi) में डिटॉक्सिफिकेशन के गुण होते हैं। इसका अर्थ ये है कि चिचिंडा की सब्जी खाने से किडनियों की अच्छी तरह से सफाई की जाती है और गंदे व अपशिष्ट पदार्थ बॉडी से बाहर निकल जाते हैं। यदि कोई व्यक्ति हफ्ते में 3 से 4 बार चिचिंडा की सब्जी खाता है, तो उसके शरीर में टॉक्सिन्स के जमा होने की संभावना कम हो जाती है। चिचिंडा खाने से किडनी के अलावा भी अन्य आंतरिक अंगों की अच्छी सफाई हो जाती है।
पाचन तंत्र सुधारे – Chichinda to Improve Digestion in Hindi
चिचिंडा का जूस पेट और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने का सबसे (snake gourd benefits) अच्छा तरीका है, क्योंकि चिचिंडा में पेट को साफ करने वाले गुण होते हैं। चिचिंडा के जूस का सेवन करने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता मिलती है। साथ ही फाइबर की अच्छी मात्रा होने की वजह से ये पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी सहायता करते हैं। चिचिंडा की पत्तियां एक इमेटिक के रूप में कार्य करती है जो आपकी आंतों को साफ रखने में काफी मदद करता है। आप भी अपने पेट और शरीर को हेल्दी रखने के लिए चिचिंडा जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
डायबिटीज़ में फायदेमंद – Chichinda Diabetes Mein Faydemand
जिन व्यक्तियों को डायबिटीज है उनके लिए चिचिंडा दवाई का काम करता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में दिया हुआ है कि चिचिंडा में एंटीडायूबिटीक गतिविधि पाई जाती है। नार्मल ब्लड शुगर वाले चूहों पर किए गए एक अध्ययन में देखा गया है कि इसके नियमित सेवन से ब्लड ग्लूकोज के लेवल में कमी हो सकती है। ऐसे में कहा जाता सकता है कि चिचिंडा के फायदे डायबिटीज से राहत दिलाने के लिए हो सकते हैं।
पीलिया से लड़े – Snake Gourd Heals Jaundice in Hindi
यदि किसी को पीलिया की समस्या है, तो उनके लिए चिचिंडा का इस्तेमाल (snake gourd benefits) अच्छा साबित हो सकता है। एक रिसर्च की मानें, तो चिचिंडा के औषधीय गुण की वजह से पीलिया के ट्रीटमेंट में सहायता मिल सकता है। साथ ही चिचिंजा के लगभग 7 से 10 पत्तों को पानी में उबाल लें और फिर ठंडा होने दें। साथ ही इसके बाद आधे लीटर पानी में 10 – 15 धनिया के बीज को डालकर उबाल लें। इसके बाद इन दोनों पानी को मिला लें और सेवन करें। इससे पीलिया की स्थिति में सुधार हो सकता है। लेकिन इस पर और शोध की जरूरत है कि ये किस गुण की वजह से पीलिया में फायदेमंद हो सकता है।
जोड़ों की बीमारी में दे आराम – Chichinda for Joint Pain in Hindi
स्नेक गार्ड के पत्तों में गठिया के लक्षणों को दूर करने वाले गुण होते हैं। गठिया जोड़ों में होने वाली सूजन और दर्द से संबंधित बीमारी है जो बहुत ही कष्टदाय होती है, लेकिन इस समस्या का ट्रीटमेंट चिचिंडा और इसकी पत्तियों से किया जा सकता है। गठिया के घरेलू इलाज को लिए आप चिचिंडा की पत्तियों और धनिया के बीज से बने पेस्ट का सेवन कर सकते हैं। रोजाना दिन में 3 बार इस मिक्षण का सेवन करने से जोडों की बीमारी के लक्षणों को कम करने में सहायता मिलती है।
अनिद्रा में भी फायदेमंद – Snake Gourd for Insomnia in Hindi
स्नेक गार्ड की सब्जी खाना उन लोगों के लिए भी बहुत (snake gourd benefits) फायदेमंद है, जिन्हें रात में अच्छी नींद नहीं आती है। इसकी मुख्य वजह ये है कि चिचिंडा में विटामिन-बी6 होता है, जो न्यूरोट्रांसमीटर एक्टिविटीज को रेगुलेट करता है। यही वजह है कि यदि आप शाम के खाने में चिचिंडा की सब्जी खाते हैं, तो आपको रात में अच्छी नींद आती है और आपकी अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है। वहीं कई बार रात में गलत खानपान की वजह से नींद (snake gourd vegetable in hindi) नहीं आती है।
चिचिंडा खाने के नुकसान – Side Effects of Snake Gourd in Hindi
सामान्य रूप से चिचिंडा का सेवन हमें बहुत से स्वास्थ्य लाभ देते हैं, लेकिन कुछ विशेष लोगों के लिए चिचिंडा खाने के नुकसान भी हो सकते हैं जैसे –
- डायबिटीज मरीज को अधिक मात्रा में चिचिंडा का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने पर ब्लड शुगर के लेवल को बहुत ही कम कर सकता है।
- कुछ लोगों को चिचिंडा का सेवन करने से कुछ लोगों को एलर्जी का समना करना पड़ सकता है।
- कुछ लोगों को अधिक मात्रा में चिचिंडा का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्या हो सकती है, क्योंकि इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व उच्च मात्रा में होते है।
- कुछ लोगों को चिचिंडा का सेवन करने से एलर्जी का सामना भी करना पड़ सकता है।
- अगर आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो चिचिंडा को अपने आहार में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
आपने ऊपर स्नेक गार्ड के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में बुखार को कम करने, पाचन में सुधार, जल की मात्रा बढ़ाने की, पाचन तंत्र सुधारने और वजन घटाने में मदद करने की क्षमता शामिल है। आप भी इसका सेवन कर इन लाभों को प्राप्त कर सकते हैं।
चिचिंडा खाने को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – Snake Gourd in hindi FAQ’s
सवाल- चिचिंडा को अंग्रेजी में क्या कहते है?
चिचिंडा कुकुरबिरेसी कुछ का पौधा है। इसका वैज्ञानिक नाम ट्रिकोसैन्थीज ऐन्गुइना है। वनस्पति विज्ञानमें इसे trichosanthes cucumerina Linn., var. anguina(Linn.), Haines, तथा Cucumis anguina Linn आदि नामों से भी जाना जाता है। चिचिंडा को अंग्रेजी में स्नेक गार्ड (Snake Gourd) कहते हैं। अंग्रेजी में इसके लिए क्लव गोर्ड, सर्पेन्ट गार्ड और सर्पेन्ट कुकम्बर जैसे नाम भी पुकारा जाता है।
सवाल- चिचिंडा कैसे खाएं?
चिचिंडा के फलों की सब्जी बनाकर खा सकते हैं। वहीं इसे खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज की समस्या में बहुत लाभ मिलते हैं।
सवाल- चिचिंडा की तासीर कैसी होती है?
औषधीय लाभों से भरपूर चिचिंडा की तासीर ठंडी होती है। सामान्य रूप से ये ककड़ी के परिवार से संबंधित है, जिसकी वजह से इसकी तासीर ठंही होना स्वाभाविक है, लेकिन अपने ठंडी तासीर के गुण के कारण ये कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।