ओमिक्रॉन क्या है?
कोरोना के नए ओमिक्रॉन का खतरा दुनियाभर में मंडरा रहा है। ऐसे में सबके मन में सिर्फ सही सवाल है कि, ओमिक्रॉन से संक्रिमितों के क्या लक्षण है? यदि हमें ऐसे लक्षण महसूस हो तो कहां और कौन से टेस्ट करवाएं? आखिर ओमिक्रॉन से वचाव कैसे करें। तो आज हम अपने इस लेख में आपके इन सभी सवालों के जवाब देंगे।
ओमिक्रॉन
ओमिक्रॉन के चलते भारत में बहुत-से देशों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है और बहुत से देशों में कोरोना के इस खतरनाक वेरिएंट के पाए जाने के बाद हर जगह दहशत का माहौल बन गया है। वहीं भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले सामने देखने को मिल रहे हैं। कुछ शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोरोना वायरस की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। वैसे यह वेरिएंट भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है, लेकिन यह अन्य देशों की तरह विनाशकारी नहीं होगा। हाइब्रिड इम्युनिटी वायरस के खिलाफ टीकाकरण और इंफेक्शन दोनों के द्वारा प्राप्त की गई प्रतिरक्षा है।
साथ ही ओमिक्रॉन के साथ समस्या ये है कि, टीकों के खिलाफ स्पाइक प्रोटीन में इसके लगभग 30 म्यूटेशंस है। हाल ही के अध्य यनों से यह पता चला है कि इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि जिन लोगों को वैक्सीन की सिर्फ एक डोज लगी है या जिन लोगों पहले इंफेक्शन हो चुका है उन्हें ओमिक्रॉन उनकी इम्युनिटी पर हमला कर सकता है। हाइब्रिड इम्युनिटी भारत को तबाही से कैसे बचा सकती है। इस पर शोध ने कहा कि कि वायरस को अभी भी कम करके नहीं आंका जाना चाहिए और कोविड के उपयुक्त व्यवहार के महत्व पर दबाव डाला जाना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि, भार बेहतर स्थिति में है क्योंकि अधिकतम आबादी से पहले ही संक्रमित और वैक्सीनेशन कर चुकी है और हाइब्रिड इन्युनिटी भी पैदा करती है। तो चलिए अब इसके लक्षण भी जानलेते हैं।
जानिए क्या है ओमिक्रॉन के लक्षण?
ओमिक्रॉन की गंभीरता के बारे में जानने के बाद अब यह भी जानना जरूरी है कि कोरोना के इस नए वायरस के शिकार होने पर इसकी पहचान कैसे की जा सकती है यानी इस इंफेक्शन के समय किसी प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं? वैसे तो आपको इस बारे में जानकार हैरानी होगी कि, अन्य कोरोना वायरय के विपरीत ओमिक्रॉन के लक्षण समान ही है। अब तक सामने आए ओमिक्रॉन के केसेस में कुछ इस प्रकार के लक्षण नजर आए हैं जैसे –
- बदन दर्द – बदन दर्द की समस्या अक्सर दिनभर की थकावट की वजह से देखने को मिलता है, लेकिन अब इस समस्या से सतर्क रहें क्योंकि ये ओमिक्रॉन का साफ संकेत माना जाता है।
- थकावट – अगर केई व्यक्ति कोरोना के ओमिक्रॉन से संक्रमित है तो उन्हें लगातार थकावट महसूस होती है।
- सूखी खांसी और शरीर पर खारिश – सर्दियों के मौसम में अक्सर सूखी खांसी और खारिश होने की समस्याएं बेहद आम माना जाती है, फिलहाल यह समस्या ओमिक्रॉन का साफ संकेत है।
- तेज सिरदर्द – अगर आपको कुछ दिनों से लगातार तेज सिरदर्द की समस्या हो रही है तो आपको इस समस्या नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये ओमिक्रॉन का संकेत है। ऐसा होने पर अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
किस उम्र के लोगों को अधिक खतरा है?
कोरोना का नया वेरिएंट किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है। जिन लोगों की उम्र 60 से अधिक है और बच्चों को इससे अधिक खतरा है, क्योंकि वरिष्ट नागरिकों और बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। साथ ही जिनको किडनी रोग, डायबिटीज , हाई ब्लड प्रेशर जैसी क्रोनिक रोग से परेशान है उन्हें भी इससे खास बचाव रखने जरूरत है। फिलहाल उम्र को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, इसलिए आप सभी को मास्क अवश्य पहने रखना है और सरकार द्वारा बताए गए नियमो का पालन करना है जिससे इन वेरिएंट से बाचव किया जा सके।
ओमिक्रॉन से कैसे करें बचाव?
अगर आपको ओमिक्रॉन से अपना और अपने परिवार का करना है तो सबसे पहले इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि बाकी अन्य कोरोना के रूपों की तरह ये भी एक व्यक्ति से दूसरी व्यक्ति में बेहद आसानी से फैलता है, इसलिए इससे बचने के लिए सिर्फ आपको उन चीज़ो का पालन करना जैसे कोरोना वायरस में करते आए हैं जैसे कि, मास्क पहने और सामाजिक दूरी बनाए रखें। अभी इस बारे में कोई साफ पुष्टि नहीं हुई है कि क्या कोरोना टीका इससे पूरी तरह से बचाव कर सकता है या नहीं। इसलिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखें और स्वयं को और अपने परिवार को कोरोना के हर रूप में दूर रखें।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि आपको हमारी जानकारी पसंद आई होगी। इसे पढ़ने के बाद ओमिक्रॉन में सावधानी बरतेंगे। साथ ही हमारी हमेशा यही कोशिश रहती है कि, आपके पास सरल शब्दों में जानकारी पहुंचाई जाए। इसके अलावा आप TV Health पर अन्य जानकारी पा सकते हैं और हमारे यूट्यूब चैनल TV Health को सब्सक्राइब करना ना भूला।