स्वास्थ्य से जुड़े संबंधित सवालो के जवाब
1. डायबिटीज (Diabetes) बीमारी के लक्षण कौन – कौनसे होते हैं ?
डायबिटीज होने के कई शुरूआती लक्षण दिखने लगते हैं और अगल-अलग तरह की हल्की छोटी-मोटी शारीरिक समस्याओं से वे व्यक्ति परेशान होने लगता है और वे इन छोटी-छोटी शारीरीक समस्याओं को इग्नोर करने लगता है। जिससे वे डायबिटीज की गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं और तरह-तरह की बीमारियां उनके शरीर में अपना घर बनाने लगती है। तब शरीर के कुछ अंग जैसे कि, किडनी, आंखें, दिमाग, शरीर में झनझनाहट, घुटने में दर्द, खुद पर सयंम ना कर पाना, चिड़चिड़ापन, यूरिन का बढ़ना जैसी कई तरह की घातक समस्याएं पैदा होने लगती है। तो आइए कुछआम लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
- अधिक थकान महसूस होना – डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसमें आप खुद… यानी की बिना कुछ काम करें थकान महूसस करने लगते है इसलिए अगर आपको तरोताजा होने पर भी आपको थकान होने लगे तो समझ जाएं की आप डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं साथ ही इसका समय पर इलाज ना करवाने पर आप अन्य गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं।
- अधिक यूरिन पास होना – किडनी खून में मौजूद अधिक शुगर को फिल्टर करने में सक्षम नहीं होती, इसलिए इस अधिक शुगर का निकलने का एक मात्र तरीका यूरिन का रास्ता है।
- प्यास अधिक लगना – अगर आपको हर थोड़ी में प्यास लग रही है और आप बस पानी पर पानी पिए जा रहे हैं तो समझ लीजिए की आपके शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ रही है।
- वजन कम होना – अगर आपका वजन तेजी से कम हो रहा है और आप खुद को थका हुआ महसूस कर रहें हैं तो समझ जाएं कि… आप डायबिटीज की गंभीर समस्या से गुजरने वाले हैं।
- घाव या चोट का धीरे से भरना – जी हां दोस्तों… खून में शुगर का लेवल बढ़ने के कारण ऐसा होता है। साथ ही डायबिटीज टाइप – 2 के मरीजों में ये लक्षण अधिक देखने को मिलते हैं।
- अधिक भूख लगना – एक नार्मल व्यक्ति के मुकाबले… डायबिटीज के रोगी को अधिक भूख लगती है साथ ही अगर आपको अक्सर सर्दी खांंसी जुकाम रहता है तो आम डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।
इसके अलावा थकान, सिर दर्द, धुंधला दिखना, इम्युनिटी सिस्टम का कमजोर होना, प्राइवेट पार्ट में दिक्कत और दिल की धड़कन तेज होना आदि डायबिटिज के शुरूआती लक्षण है।
2. कोरोना वायरस होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?
कोरोना वायरस की तीसरी लहर पूरे देश में फैल चुकी है। हर दिन कोरोना वायरस नए-नए लोगों को अपना शिकार बना रहे है। ऐसे में लोगों के लिए ये सबसे जरूरी है कि, वे अपना ध्यान खुद रखें। वहींं ये बात सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस से बचने और लड़ने के लिए शरीर में मजबूत इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता का बेहतर होना जरूरी है। इसलिए आपको अपने आहार पर ध्यान देना जरूरी है। वहीं कोरोना वायरस से बचने के लिए आपको कुछ चीजों के सेवन से बचने की जरूरत है जैसे –
- आपको फैट और ऑयल कम से कम खाना चाहिए, रेड मीट, क्रीम, मक्खन और चीज़ खाने से परहेज करें।
- रेड मीट की जगह वाइट मीट जैसे चिकन का सेवन करें। प्रोसेस्ड मीट से भी दूर रहें।
- लो फैट दुध से बने पदार्थ ही चुनें, हाई फैट नहीं।
- अधिक सोडियम वाले पदार्थ ना खाएं।
- मीठे पदार्थ खाने से बचें।
- अपने आहार में हल्का नमक डालें।
- आपको हर हालत में ठंडे, मसालेदार, अधिक मीठे और खट्टे पदार्थों से बचें।
3. गर्भावस्था में शुगर (Gestational Diabetes) का खतरा कब बढ़ जाता है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भवधि डायबिटीज का खतरा 24 से 28 हफ्तों में अधिक होता है। गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि, उन्हें हर 3 महीने में शुगर की जांच करवाने की जरूरत होती है। वहीं जेस्टेशनल डायबिटीज के मरीजों को दिन में कम से कम 4 बार शुगर लेवल की चेक करनी चाहिए।
साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का ब्लड शुगर नियंत्रण में रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के क्रेविंग होना भी लाजिमी है, इसलिए अगर डाइट में कुछ खास फूड्स शीमिल करेंगे तो ब्लड शुगर नियंत्रण में रहेगा। इसके अलावा मूंगफली, मखाना, ग्रीक यॉगर्ट या सैडविच जैसे स्नैक्स खाने से डायबिटीज का खतरा कम होगा। लेकिन रोजाना इन चीजों को अपने आहार में शामिल ना करें, इससे आप पर और आपके बच्चे पर गंभीर प्रभाव पड़ता सकता है।
4. शुगर अथवा diabetes का घरेलु इलाज कैसे करें ?
अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ गया है और स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो इसे कम करने के लिए इन उपायों को अपनाने की जरूरत है जैसे –
- पैदल चलना – वैसे तो रोजाना पैदल चलना चाहिए। लेकिन जब शुगर हाई हो जाए तो आपको टहलना और हल्का फुल्का ही सही व्यायाम करना चाहिए। यह बढ़े हुए शुगर को कम करने में सहायता करता है। लेकिन फिर भी रोजाना सुबह-शाम टहलने की आदत डालें।
- हरी सब्जियां – अधिक शुगर में आपको हरी सब्जियां जैसे पालक, करेला, लौकी, गोभी आदि का सेवन करना चाहिए। इसमें विटामिन, बीटा कैरोटीन और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है और आपके शुगर को कंट्रोल सहायक होती है।
- विटामिन डी – ब्लड में शुगर के लेवल को नियंत्रित रखने के लिए शरीर में विटामिन-डी का लेवल सही होने की जरूरत है। विटामिन -डी की कमी होने पर शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ने लगती है।
- मेथीदाना – मेथीदाने के सेवन से ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। रोजाना इसके सेवन से रोगियों को शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- जौ – कहते हैं जौ में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है जो हमारी बॉडी में जाकर ग्लूकोज के लेवल को अधिक समय तक मेटाबोलइज करने में मदद करता है। इसलिए आपको इसे किसी न किसी रूप में आहार में शामिल करने की जरूरत है।
5. वर्तमान में वैक्सीन लेने के बाद भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव क्यों हो रहे हैं?
ऐसा होने की तीन वजह हो सकती है जो कुछ इस प्रकार है-
- हम खुद पर्व-त्योहारों में लोगों से मिलते-जुलते हैं। क्रिसमस और नए साल पर खासतौर पर पश्चिमी देशों के लोगों ने साथ मिलकर जश्न मनाया। इससे कोरोना का खतरा बढ़ा और लोग संक्रमित होने लगे।
- दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन को उपलब्झ हुए लगभग एक साल हो चुके हैं। वहीं कुछ जानकारों ने ये बात पहले भी कही है कि, वैक्सीन का असर हमेशा नहीं रहेगा। साथ ही डॉक्टरों का कहना है कि, समय-समय के साथ वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा का लेवल कम होता जाएगा। वहीं वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा अलग-अलग उम्र के वर्ग में अलग-अलग तरह से ही होगी। ये कम या अधिक हो सकती है। इसी वजह से पहले अधिक उम्र के लोगों या कम इम्युनिटी वाले व्यक्तियों और फिर पूरी आबादी को कोरोना वैक्सीन की बुस्टर डोज यानी तीसरी डोज की जरूरत पडेगी।
- ओमिक्रॉन वेरिएट, जो पहले की तुलना में अधिक संक्रामक है। ये वैक्सीन के असर को कम करता है। साथ ही इसमें कोरोना इंफेक्शन हो चुके व्यक्तियों को संक्रमण से मिली प्रतिरोधक क्षमता को हराने की श्रमता रखता है।
लेकिन कुछ जानकार ये भी बताते हैं कि, ये राहत की बात है, क्योंकि कोरोना के मामलों में तेजी के बाद भी वैक्सीन ले चुके लोगों में अस्पताल में भर्ती होने की दर के साथ-साथ मृत लोगों की संख्या भी बेहद कम है।
6. स्वस्थ रहने के लिए क्या करना चाहिए ?
हम सभी ने एक कहावत जरूर सुनी है हेल्थ इज वेल्थ यानी की हमारा स्वास्थ्य ही हमारी संपत्ति है। जी हां, स्वास्थ्य से बड़ी सम्पत्ति या दौलत इस दुनिया में कोई दूसरी चीज नहीं हो सकती है और ऐसा तभी हो पाएं जब आप पूरी तरह से स्वस्थ और फिट रहेंगे। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए नीचे दी हुई टिप्स को जरूर फॉलो करें।
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- स्वच्छता का रखें ध्यान – बीमारी से दूर रहने के लिए स्वच्छ जीवन और हेल्दी रहना बेहद आवश्यक है। स्वच्छ रहने से व्यक्ति रोग मुक्त रहता है। हैजा, पेचिश, टायफॉइड जैसी बीमारियां हाइजीन का ख्याल ना रखने की वजह से होती है, इसलिए हर व्यक्ति को जीवन में स्वच्छता अपनानी चाहिए। स्वच्छता और फिटनेस हमें बीमारियों से दूर रखते हैं। वहीं खाना खाने से पहले हाथ धोएं। अपने लाइफस्टाइल और हेल्दी खानपान लें। बाल और नाखूनों की सफाई करें। पर्सनल हाइजीन और घर की साफ-सफाई रखकर स्वस्थ रह सकते हैं और इसके लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।
- हेल्थ का रखें ध्यान – कोई भी काम करते समय अपनी हेल्थ का ध्यान रखना ही अपना आप में योग ही है, इसलिए अपनी जीवनशैली को सरल बनाएं, न कि बोझिल। मशीनों को पूरी तरह से निर्भर होने की बजाए खुद से भी कुछ काम करें। इससे बॉडी तो फिट रहेगी ही, साथ ही मानसिक तौर पर आप स्वस्थ रहेंगे। इसके साथ ही अपना समय पर रूटीन चेकअप करवाना भी जरूरी है जिससे कोई बीमारी आपको छू भी ना पाएं।
- रोजाना व्यायाम करें – हेल्दी रहने के लिए रोजान वर्कआउट करना भी जरूरी है, इसलिए आपको डेली 30 से 40 मिनट वॉक करनी चाहिए, लेकिन ध्यान रखना है कि लगातार एक तरह की एक्सरसाइज करने से शरीर उसका आदी हो जाता है जिससे समय-समय पर अपने वर्कआउट रूटीन को बदलते रहें। आप खुद को फिट रखने के लिए जुम्बा, एरोबिक्स, पिलाटे या योगा जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे आपका बॉडी स्वस्थ रहेगी और मन भी खुश रहेगा।
- भरपूर नींद लें – एक अच्छी हेल्थ के लिए खाने-पीने से साथ अच्छी नींद भी जरूरी है। आपको कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। नींद की कमी से वजन बढ़ने लगता है। चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी आती है, इसलिए रात को अच्छी नींद लेने की कोशिश कें और इससे आपका स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।