जानिए विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों के बारे में – Vitamin E Sources in Hindi
विटामिन ई क्या है? – What is Vitamin E Sources
Vitamin E Sources in Hindi – विटामिन-ई एक फैट सॉल्युबल विटामिन है। ये एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट भी है। विटामिन-ई बॉडी के टिश्यू को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं, टिश्यू और अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये शरीर को वायरस और पहुंचा सकते हैं। ये शरीर की इम्युनिटी के लिए भी विटामिन-ई की आवश्यकता होती है। ये शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन से भी बचा सकता है। तो आइए इस लेख में आगे जानते हैं कि विटामिन-ई (What is Vitamin E?) से भरपूर खाद्य पदार्थों के बारे में।
विटामिन-ई के फायदे – Benefits of Vitamin E
विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारी कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसानों से बचाता है। सूजर की हानिकारक यूवी किरणों से स्किन को सूरक्षित करता है। सनबर्न नहीं होने देते हैं। झुर्रियों, फाइन लाइंस, रूखी, बेजान स्किन जैसी समस्याओं से स्किन को प्रोटेक्ट करता है। विटामिन-ई कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल को होने वाले नुकसानों से भी बचाए रखता है। साथ ही आर्टरीज में होने वाले कठोरता को कम करता है। विटामिन-ई शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करता है।
विटामिन-ई की कमी के लक्षण – Symptoms of Vitamin E Deficiency
- मांसपेशियों में अचानक से कमजोरी आ जाना
- आंखों से कम दिखना या दिखने में झिलमिलाहट महसूस होना
- अधिक कमजोरी महसूस होना
- पाचन संबंधी समस्याएं
विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों – Vitamin E Sources in Hindi
- सूरजमुखी के बीज : कई तरह के बीज जैसे कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज में भी विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) की भरपूर मात्रा में होता है। इन बीजों को हर दिन कच्चा खाने से विटामिन-ई की कमी को दूर किया जा सकता है, क्योंकि इन बीजों में विटामिन-ई मौजूद होते हैं। कच्चे बीज पाचन में भी सहायता करते हैं और आपके पेट को साफ रखते हैं।
- सरसों का साग : सरसों का साग भी एक अच्छा विटामिन-ई समृद्ध खाद्य पदार्थ माना जाता है। सरसों का साग एक अत्यदिक पौष्टिक आहार माना जाता है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसमें विटामिन ई और ए, सी और फोलेट भी उचित मात्रा में पाए जाते हैं।
- बादाम : एक दिन में आप 5-7 बादाम का सेवन करें, क्योंकि शरीर में विटामिन-ई का लेवल बना रहे। बादाम खाने से सेहत को कई अन्य लाभ भी होते हैं। बादाम विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) का सबसे अच्छा स्त्रोत माना गया है। बादाम का दूध और तेल भी मिलता है, लेकिन आप कच्चे बादाम का सेवन करेंगे तो फायदा अधिक होगा।
- एवोकाडो : एवोकाडो में भी विटामिन-ई मौजूद होता है। एवोकाडो पोषक तत्वों से भरा फल होता है और इसे कई तरीकों से खाया जा सकता है। तब अपने आहार में विटामिन-ई को शरीर करने के लिए एवोकाडो का सेवन एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- कीवी : कीवी विटामिन-C (Vitamin E Sources in Hindi) में भी समृद्ध है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में सहायता करता है। आप सही के साथ-साथ, फलों के सलाद में भी कीवी जोड़ सकते हैं। इनमें सेरोटोनिन भी पाया जाता है जो कि नींद न आने के इलाज में सहायता करता है।
- पीनट बटर : इसमें कैलोरी की मात्रा थोड़ी अधिक होती है, फिर भी पीनट बटर फाइबर से भरपूर होता है, जो वजन कम करने में सहायता करता है। पीनट बटर में भी अच्छी मात्रा में मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों के निर्माण में काफी सहायक होता है। वहीं इसमें फैट की भी अच्छी मात्रा होती है।
- पालक : पालक आयरन से भरपूर होने के साथ ही इसमें विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) भी होता है। ये पाचन में सहायता करता है। पालक विटामिन-ई का एक भरपूर स्त्रोत है, जो आपको उचित ऑक्सीकरण प्रदान करता है। इससे आपकी स्किन हेल्दी बनी रहती है। महिलाओं को पाल खाने की खास सलाह दी जाती है, क्योंकि उन्हें आयरन की कमी अधिक होती है। पालक में मौजूद एक्सफोलिएटिंग तत्व की वजह से इसे हर किसी को अपने डॉक्टर में जरूर शामिल करना चाहिए। आहार विशेषज्ञ दावा करते हैं कि पालक के सेवन से कोई नुकसान नहीं होता है। ये आपके सिस्टम की कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए हर तरह से फायदेमंद होता है।
- ब्रोकली : सब्जियों की बात करें, तो ब्रोकली भी स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों में से एक है, लेकिन अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में ब्रोकली में विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) की मात्रा कम होती है पर इसमें विटामिन-सी, फाइबर और पोटेशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं, जो शरीर को हेल्दी रखने में सहायता करता है।
- लाल शिमला मिर्च : रेड स्वीट पेपर एक विटामिन-ई रिच फूड्स है। लाल शिमला मिर्च में ल्यूटिन और जैक्सैंथिन, दो एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो आंखों के स्वास्थ्य में काफी योगदान देता है। वे आयरन और विटामिन-सी से भरपूर एक अच्छा स्त्रोेत है, जो एनीमिया को रोकने में मदद करता है।
- केल : केल एक बहुत ही पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसका सेवन लोग कम ही करते हैं। इसके प्रत्येक दिन सेवन से विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) की डेली इनटेक की पूर्ति होती है। केल में मौजूद विटामिन शरीर की कई तरह से सहायता करता है, क्योंकि केल अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, इसलिए ये किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे अच्छा सब्जी माना जाती है।
विटामिन – ई कितनी मात्रा में लेना चाहिए? – How much Vitamin E should be taken?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हैल्थ के अनुसार, 14 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रतिदिन 15 मि.ग्रा विटामिन-ई की जरूरत होती है। स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को 19 मि.ग्रा और 6 महीने से कम उम्र के शिशु को 4 मि.ग्रा विटामिन-ई की जरूरत होती है। 6 महीने से 1 साल के बच्चे को 5 मि.ग्रा, 1 से 3 साल के बच्चे को 6 मि.ग्रा, 4 से आठ साल के बच्चे को 7 मि.ग्रा और 9 से 13 साल के बच्चे को 11 मि.ग्रा विटामिन-ई जरूरत होती है। साथ ही अन्य विटामिन्स की तरह विटामिन-ई (Vitamin E Sources in Hindi) भी शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है और हर उम्र के व्यक्ति को इस विटामिन का सेवन जरूर करना चाहिए।
विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQ’s
सवाल- विटामिन ई में कौन कौन से फल आते हैं?
विटामिन-ई एक वसा में घूलनशील विटामिन है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। एंटीऑक्सिडेंट ऐसे पदार्थ है जो हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स नाम के संभावित हानिकारक पदार्थों को हटाने में सहायता करते हैं। साथ ही विटामिन-ई एवोकाडो, आम, कीवी, ब्लैकबेरी, काला अंगूर, खुबानी, करोंदा, रसभरी, अनार, अमरूद और शहतूत जैसे फलों में मौजूद होता है।
सवाल- विटामिन E की कमी से कौन से रोग होते हैं?
विटामिन-ई की कमी से बॉडी के ऑर्गन्स सही ढंग से काम नहीं करते हैं। विटामिन-ई खून में भी पाया जाता है और इसकी कमी से बॉडी को ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाती है।
सवाल- विटामिन ई को पूरा करने के लिए क्या खाएं?
ब्रोकली बादाम सूप में बादाम के अधिक्तम स्वाद के लिए और प्रोटीन से भरपूर ब्रोकली बादाम सूप में क्रंच जोड़ने के लिए उन्हें भूना गया है। बादाम प्रोटीन और विटामिन-ई से भरपूर होने के अलावा, इसे दिमाग के अनुकूल भी माना जाता है, इसलिए आप इस सूप से अपने बच्चे के दिमाग का निर्माण कर सकते हैं।