गिलोय के औषधीय गुणों, फायदे और स्वास्थ्य लाभ (Benefits and Health Benefits of Giloy)
गिलोय (Giloy) एक ऐसा पौधा है जो औषधीय गुणों (benefits of giloy in hindi) से भरपूर होता है। गिलोय की एक सबसे अच्छी खासियत है कि ये किसी भी पेड़ पर उग सकती है। उसके गुणों को अपने भीतर चढ़ा लेती है। नीम पर चढ़ी हुई गिलोय सबसे अच्छी मानी जाती है। बता दें कि, गिलोय को टीनोस्पोरा कोर्डीफोलिया (Tinospora cordifolia) के नाम से भी जाना जाता है। वहीं संस्कृत में गिलोय को (अमृता) के नाम से भी जाना जाता है। जिसका अर्थ है अमृता की जड़। गिलोय को इम्यूनिटी के लिए सबसे असरदार माना जाता है। इम्यूनिटी को में बनाने के लिए आप इसे कैप्सूल, जूस और पाउडर के रूप में भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं तो चलिए अब जानते हैं गिलोय के पोषक तत्व और उनसे मिलने वाले फायदे (giloy ke fayde) के बारे में।
गिलोय में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients found in Giloy in Hindi)
ये एक काफी लंबी बेल होती है और इसमें मौजूद तत्व ही इसमें औषधीय गुणों (giloy benefits) के भंडार के कारण है जैसे कि –
- क्विनोन्स
- फ्लेवेनॉइड
- पॉलीफेनोल्स और टैनिन
- कूमेरिन
- टरपेनोइड्स और एसेंशियल ऑयल्स
- लैक्टिक और पॉलीपेप्टाइड
- ग्लाइकोसाइड
- सैपोनिन
- स्टेरॉइड्स
गिलोय के फायदे (Benefits of Giloy in Hindi)
1. इम्यून सिस्टम मजबूत करें (strengthen the immune system)
गिलोय को इम्यूनिटी बूस्टर के नाम से भी जाना जाता है। गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में काफी मददगार है। आप गिलोय का प्रतिदिन सेवन कर कई बीमारियों से मुक्ति पाकर अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं।
2. डायबिटीज टाइप-2 में लाभदायक (Beneficial in Diabetes Type-2)
गिलोय डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण सिद्ध होता है। गिलोय ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए बेहद लाभदायक है, क्योंकि गिलोय का जूस (giloy juice) ग्लूकोज के लेवल को कम करने के साथ-साथ ब्लड ब्लड शुगर के लेवल को भी कम करता है। ये ब्लड शुगर टाइप-2 डायबिटीज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है। इस स्थिति में बॉडी का इंसुलिन लेवल बढ़ जाता है जिससे ब्लड शुगर बढ़ जाता है। लेकिन अगर आप प्रतिदिन इसका सेवन करते हैं तो जल्दी निजात पा सकते हैं।
3. स्ट्रेस से मुक्ति पाए (gets rid of stress)
आजकल सभी की जिंदगी इतनी भागदौड़ भरी हो गई है कि वे अपनी हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। जिसके चलते वे स्ट्रेस में आने लगते हैं। तब ऐसे में इन व्यक्तियों को अपना स्ट्रेस कम करने के लिए गिलोय के जूस (giloy juice) का सेवन करना चाहिए, क्योंकि गिलोय इन के गुणों से भरपूर होती है। ये आपके बॉडी से टॉक्सिन यानी कि आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता करती है। जिससे आपका दिमाग शांत रहता है और स्ट्रेस से छुटकारा मिलता है। आप इसका रोजाना सेवन करके इसके गुणों के लाभ उठा सकते हैं।
4. गठिया मरीजों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Arthritis Patients)
गिलोय में गठिया की समस्या को खत्म करने में अधिक गुण मौ जूद होते हैं जो इसका जड़ से इलाज करती है। अगर आप या आपके परिवार में कोई गठिया मरीज है तो आप रोजाना गिलोय के जूस (giloy juice benefits) का सेवन करें। इसमें सूजन को कम करने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द को कम करने के कई गुण पाए जाते हैं जो आपको इस बीमारी के निजात दिलाते हैं।
5. अस्थमा से मिले मुक्ति (Relief from Asthma)
अस्थमा और दमा के मरीज आजकल बहुत से लोग जूझ रहे हैं। यहां तक की बड़ो से लेकर बच्चों में भी से समस्या अधिक देखने को मिल रही है। इस मुक्ति पाने के लिए आपको गिलोय की जड़ (giloy benefits in hindi) को अच्छे से बचाता है और इसको पानी में उबालकर पीना है जो आपको इस समस्या से (benefits of giloy in hindi) छुटकारा दिलाने काफी सहायते करेंगे।
6. बुखार कम करें (Reduce fever)
गिलोय लंबे समय तक रहने वाले बुखार और मौसम के साथ होने वाली बीमारियों को दूर करता है। ये डेंगू मलेरिया और स्वाइन फ्लू जैसी गंभीर बीमारियों के लिए औषधि का काम करता है। साथ ही ये बुखार के दौरान आपके प्लेटलेट्स और रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में काफी (Benefits of giloy in Hindi) कारगर है। इसका रोजाना सेवन करने से डेंगू मलेरिया और वायरल बुखार से बचा जा सकता है।
7. पाचन को मजबूत बनाए (Strengthen Digestion)
गिलोय पाचन क्रिया को मजबूत बनता है। गिलोय का प्रतिदिन सेवन करने से आपको गैस, कब्ज आदि पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा (Benefits of giloy in Hindi) दिलाता है। पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए आप बाजार से महंगी दवाइयों के बजाए गिलोय का सेवन कर सकते हैं। साथ ही इसका रोजाना सेवन करने हमारे पाचन शक्ति मजबूत बनती है।
8. शरीर में खून से बचाव (Prevention of Blood in the Body)
एनीमिया यानी कि शरीर में खून की कमी। ऐसे में इससे बचाव के लिए गिलोय जूस आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। ये आयरन के अवशोषण बढ़ावा देने के साथ-साथ एनीमिया की समस्या से राहत भी दिला सकते हैं। इसके अलावा गिलोय (benefits of giloy in hindi) ब्लड शुगर में रेड और सफेद खून कोशिकाओं को बढ़ावा देता है। ये एनीमिया की दिक्कत में पीना काफी फायदेमंद है।
9. यौन इच्छाओं को बढ़ावा (Prevention of Blood in the Body)
यौन इच्छाओं से जुड़ी समस्याओं में गिलोय की अहम भूमिका मानी जा सकती है, क्योंकि एक शोध में पाया जाता है कि गिलोय में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulation) यानिस की बॉडी की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले गुण मौजूद ((benefits of giloy in hindi)) होते हैं और गुण आपकी बॉडी के रोगों से लड़ने की क्षमता देने के कारण यौन इच्छाओं को बढ़ाने में सहायता करता है।
10. आंखों की समस्याओं को करे दूर (Remove Eye Problems)
आंखों से संबंधित विकारों से छुटकारा पाने के लिए आपके गिलोय का उपयोग (giloy benefits in hindi) कर सकते हैं। बात करें विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें पाए जाने वाले इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulation) गुण आंखों के लिए भी फायदेमंद प्रभाव प्रदर्शित करता है। साथ ही इस संबंध में किए एक अन्य शोध से पता चला है कि, गिलोय के गुण आंखों से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
11. सूजन से राहत पाएं (Get Relief From Inflammation)
गिलोय का इस्तेमाल सूजन संबंधी समस्याओं में फायदेमंद (giloy benefits) हो सकता है। एनसीबीआई पर प्रकाशित शोध की मानें तो गिलोय में एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो सूजन से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। चूहों पर किए गए रिसर्च से पता चला है कि एडिमा पीड़ित यानी सूजन संबंधी बीमारियों में गिलोय का सेवन ((benefits of giloy in hindi) करने से राहत मिलती है।
12. वजन को कम करें (Reduce Weight)
गिलोय का जूस इम्यूनिटी और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन घटाने में काफी मददगार है। वहीं इसके साथ ही पाचन तंत्र को फिट रखता है। जिससे वजन कम करने में सहायता (giloy benefits for weight loss) मिलती है। गिलोय की खास बात ये है कि ये शरीर से विषाक्त तत्वों को भी पूरी तरह से बाहर निकालने में मदद करता है।
13. बवासीर में फायदेमंद (Beneficial in Piles)
बवासीर में गिलोय के लाभ (giloy benefits) देखे जा सकते हैं। जी हां, एक अध्ययन से पता चला है कि, गिलोय का सेवन बवासीर से राहत मिल सकती है। एक शोधकर्ता ने बताया है कि, इसके औषधीय गुण खून में बवासीर के इलाज में मददगार (benefits of giloy in hindi) हो सकता है। साथ ही शोध से ये भी पता चला है कि बवासीर की समस्या से मुक्ति पाने के लिए आपको इस पौधे के तने को दूध या पानी के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इसके सेवन से बवासीर में होने वाले वाले रक्तस्राव और कब्ज से भी छुटकारा मिल सकता है।
14. पीलिया में सुधार करें (Improve Jaundice)
पीलिया के रोगियों के लिए भी गिलोय के पत्ते को फायदेमंद (benefits of giloy in hindi) माना जाता है। कुछ लोग इसे चूर्ण के रूप में लेते हैं तो कुछ इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर पीते हैं। वहीं अगर आप चाहे तो गिलोय की पत्तियों को पीसकर और उसमें शहद मिलाकर भी पी सकते हैं।
15. बालों के लिए लाभकारी (Beneficial for Hair)
बालों पर गिलोय लगाने से बालों से जुड़ी बहुत सी समस्याएं (giloy benefits for hair) कम होती है। गिलोय में मुख्य रूप से एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है जो बालों के विकास की गति बढ़ाकर उनका झड़ना कम करती है। बालों पर गिलोय लगाने से डैंड्रफ, ड्राई स्कैल्प के साथ ही तनाव कम कर बालों का झड़ना भी रोकता।
इसके अलावा गिलोय का इस्तेमाल हिचकी, टीबी, उल्टी, कब्ज, फाइलेरिया, कुष्ठ रोग, बुखार, एसिडिटी, कफ, कैंसर जैसी भयानक बीमारियों में भी काफी फायदेमंद (benefits of giloy in hindi) होता है।
गिलोय का सेवन किस प्रकार करें (how to consume giloy in Hindi)
आज के समय में अधिकांश लोगों की गिलोय के फायदों (giloy ke fayde) के बारे में जानते ही है, लेकिन गिलोय की सेवन विधि नहीं पता होती है। ज्यादातर गिलोय का सेवन आप इन तीन तरीको से कर सकते हैं। गिलोय सत्व, गिलोय जूस या गिलोय स्वरस और गिलोय चूर्ण। आजकल बाजार में गिलोय सत्व और गिलोय जूस आसानी से बन (Benefits of giloy in Hindi) जाते हैं।
गिलोय का उपयोग (use of giloy in Hindi)
इसका इस्तेमाल (benefits of giloy in hindi) करने के निम्न तरीके है, लेकिन इसके बारे में थोड़ा जान लेना जरूरी है जैसे –
- गिलोय के तने और पत्तियों को पीसकर उसका जूस बनाकर पी सकते है। इसके जूस को करीब 20 से 30 ml खुराक दिन में दो बार लेने की सलाह दी जाती है।
- आप काढ़े के रूप में इसका उपयोग 20 ml तक दिन में दो बार किया जा सकता है। आपको करना बस ये इसकी जड़ और तने को उबालकर इसका काढ़ा तैयार कर लेना है।
- मटर के बीज की तरह दिखने वाले इसके दो से चार फलों का भी सेवन भी कर सकते हैं।
गिलोय के नुकसान (Disadvantages of Giloy in Hindi)
अगर व्यक्ति अपने आहार में गिलोय के जूस को जोड़ता है तो इसके कई फायदे हो (benefits of giloy in hindi) सकते हैं लेकिन अधिक सेवन से आपको कई नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि –
- जिन व्यक्तियों को डायबिटीज की दवा ले रहे हैं वे इसका सेवन ना करें, क्योंकि इससे ब्लड शुगर अधिक कम हो सकता है।
- इसकी तासीर गर्म है ऐसे में अधिकता पेट से संबंधित कुछ समस्याएं जैसे जलन और गैस की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
- गर्भावस्था के समय गिलोय के जूस का सेवन एक्सपर्ट की सलाह पर कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि, इसका अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, इसलिए ऐसे में व्यक्ति को सीमित मात्रा में गिलोय के जूस को जोड़ने की सलाह दी जाती है। अगर इससे अलग कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है तो तभी भी अपनी डाइट में गिलोय जूस को जोड़ना से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
Frequently Asked Questions
Q1. गिलोय को कब और कितनी मात्रा में पिएं हैं?
जैसा कि गिलोय शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी है और इसका सेवन बिना डॉक्टर या आयुर्वेद के वैद्य की सलाह लिए बिना नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के मुताबिक, एक दिन में स्वस्थ मनुष्य गिलोय की 20 ग्राम मात्रा से अधिक नहीं लेनी चाहिए।
Q2. गिलोय का जूस कैसे बनाकर पिए?
यदि आप गिलोय के तना और पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं तो इसे अच्छे से धोकर दो ग्लास पानी में उबाल लें। पानी को उबालकर आधा कर लें, फिर इसे ठंडा करके रोजाना एक ग्लास जूस पी सकते हैं या इसे और बेहतर बनाने के लिए 2 इंच अदरक, 3-4 तुलसी के पत्ते, गिलोय की बड़ी स्टिक., 2 काली मिर्च और कॉर्न का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Q3. गिलोय कौन कौन सी बीमारी में काम आती है?
गिलोय का उपयोग अक्सर बुखार में किया जाता है, लेकिन बुखार के अलावा इसका इस्तेमाल कई औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है। खासकर डेंगू में गिलोय का सेवन प्लेटलेट्स कम होने पर करते हैं जिससे आपकी रोगी की प्लेटलेट्स बढ़ाने में काफी फायदेमंद साबित होती है। साथ ही गठिया की समस्या में भी लाभदायक मानी गई है।
Q4. गिलोय का काढ़ा किस वर्ग को नुकसान पहुंचा सकता है?
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गिलोय से परहेज करने की सलाह दी जाती है, लेकिन गर्भावस्था के समय गिलोय के नुकसान के प्रमाण अभी तक देखने को नहीं मिले हैं। फिर भी आप बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन ना करें।
Q5. गिलोय की तासीर क्या है?
आप किसी भी चीज का सेवन करने से पहले उसके होने वाले असर और तासीर के बारे में जानना बेहद जरूरी है, वो इसलिए क्योंकि गिलोय का इस्तेमाल हर मौसम के लिए अच्छा नहीं होता है। जैसे आयुर्वेद में गिलोय की तासीर को बहुत ही गर्म बताया गया है, इसलिए सर्दी-जुकाम और बुखार में इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।