World kidney day 2022 – किडनी के लक्षण, कारण, रोकथाम और आहार?
विश्व किडनी दिवस हर साल मार्च के दूसरे गुरूवार को मनाया जाता है। इसे किडनी से संबंधी रोगों के प्रति जागरूक करने और समय पर इस समस्या का निदान करना है। वो इसलिए क्योंकि किडनी हमारे शरीर का अहम अंग है जिसे स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि किडनी हमारे शरीर से हानिकारक टॉक्सिन निकालकर रक्त को साफ करने का काम करती है। किडनी में मौजूद ये टॉक्सिन यूरिन के जरिए बाहर निकालती है। किडनी में छोटे-छोटे फिल्टर लगे होते हैं जन्हें नेफ्रोंस कहते हैं। बता दें कि, ये नेफ्रोंस हमारे रक्त को साफ करने का काम करते हैं। किडनी इसके अलावा लाल रक्त कण का बनना और कुछ जरूरी हार्मोंस को रिलीस करने का काम करती है। किडनी के जरिए रिलीज हार्मोन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के साथ विटामिन – D का भी निर्माण करती है, जिससे हमारी हड्डियां मजबूत होती है।
हमें शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किडनी को स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है। यदि समय रहते किडनी की खराबी के लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो इस गंभीर समस्या से बचा जा सकता है। किडनी स्पेशलिस्ट के मुताबिक, किडनी की बीमारी को ठीक से पहचान लिया जाए तो इस परेशानी का समय रहते इलाज किया जा सकता है नहीं तो ये मौत का कारण बन सकता है। तो आइए जानते है कि किडनी का खास ध्यान, लक्षण, कारण, रोकथाम कैसे कर सकते हैं?
किडनी की बीमारी के लक्षण
किडनी की समस्या के लक्षण आमतौर पर कुछ घंटो या दिनों में काफी तेजी से बढ़ते हैं और इसमें आम लक्षण भी शामिल है जैसे –
- हाई ब्लड प्रेशर
- कंपकंपी
- आपके बगल में एक तरफ दर्द
- भूख में कमी
- उच्च तापमान (ये 39.5 डिग्री सेल्सियस या 103.1 डिग्री F तक पहुंच सकता है)
- वजन का अधिक बढ़ना या कम होना
- पीठ के निचले हिस्से में और जननांगों के आस-पास दर्द और असुविधा
- बहुत कमजोर या थका हुआ महसूस करना
- मचली महसूस करना
- उल्टियां होना
- दस्त
किडनी की बीमारी होने के कारण
किडनी खराब होने के पीछे कई कारण हैं जैसे कि किसी बीमारी के कारण यूरिन का कम होना, हार्ट अटैक, दिल की बीमारी, लिवर का फेल हो जाना, प्रदूषण, कुछ दवाएं, क्रोनिक डिजीज, डिहाइड्रेशन, किडनी ट्रॉमा, एलर्जी रिक्शन, गभीर इंफेक्शन और हाई ब्लड प्रेशर।
बाहरी लिंक | worldkidneyday.org पर पीडीऍफ़ देखे
किडनी का खास ध्यान रखें
- ब्लड प्रेशर 140/90 से कम रखें और डॉक्टर से सलाह लें
- कॉलेस्ट्रॉल रेंज को तय करें
- कम नमक वाला खाना खाएं
- अधिक फल और सब्जियां खाएं
- अल्कोहल का सेवन ना करें
- फिट और एक्टिव रहें
- डॉक्टर की सलाह से दवाओं का सेवन करें
किडनी की बीमारी में रोकथाम
- नमक – नमक बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करना किडनी के काम करने के प्रोसेस को इफेक्ट कर सकता है। इसलिए नमक का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
- रेड मीट – रेड मीट का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचे रेड मीट का अधिक सेवन करने से मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है।
- आर्टिफिशियल स्वीटनर – अगर आप ज्यादा मिठाइयां, कुकीज और कोल्ड ड्रिंक्स पीने के शौक़ीन हैं। तो आपको बता दें कि किडनी पर बैड इफेक्ट डालते हैं।
- अल्कोहल – अल्कोहल न केवल आपके लीवर फंक्शन पर ही नहीं बल्कि किडनी पर भी बुरा असर डालता है।
- कॉफी – दोस्तों कॉफी पीना भी आपकी किडनी के लिए ठीक नहीं है। क्योंकि इसमें कैफीन होती है जो किडनी के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
किडनी की बीमारी में क्या खाएं
- लाल शिमला मिर्च
- फूलगोभी
- गोभी
- लहसुन
- प्याज
- अंगूर
- स्ट्रॉबेरी
- चेरी
- अंडे का सफेद भाग
- जैतून का तेल
किडनी की बीमारी में क्या न खाएं
- किडनी डिजीज में प्रोसेस्ड और फास्ट फूड
- पोटैशियम और फॉस्फोरस से समृद्ध खाद्य पदार्थ न खाएं
- अधिक प्रोटीन न खाएं
- अधिक नमक न खाएं
तो दोस्तों ये थी किडनी की बीमारी की पूरी जानकारी। हम आशा करते हैं आपको हमारा लेख पसंद आया होगा और इससे आपको किडनी की बीमारी से लड़ने में सहायता मिलेगी और समय रहते इलाज करवा सकते हैं। Stay Healthy Stay Fit