डायबिटीज में आम सही है या नहीं ?
गर्मी के सीजन में अधिकतर सभी लोगों को आम खाना पसंद है। वह बेसब्री से सिर्फ गर्मी का सीजन आम खाने के लिए इंतेजार करते हैं। लेकिन यह दिन डायबिटीज के लिए किसी सजा से कम नहीं है, क्योंकि आम की मिठास और खुशबू को सूंघ कर ही इन्हें काम चलाना पड़ता है। वहीं अगर आप डायबिटीज रोगी है तो बता दें कि, आप भी आम खा सकते हैं, लेकिन इसे पहले कुछ तरीकों को जानना बेहद जरूरी है।
डायबिटीज मरीजों को ऐसे फलों का सेवन नहीं करना चाहिए, जिसमें अधिक शुगर और कार्बोहाइड्रेट की ज्यादा मात्रा होती हो। साथ ही ग्लाइसेमिक इंडेक्स में अधिक रैंक वाले फल भी डायबिटीज में नहीं खाने चाहिए, क्योंकि इन फलों में शुगर और कार्ब की बेहद अधिक मात्रा होती है, जो कि आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाती है। यदि आप डायबिटीज के पेशेंट है तो आपको अपने खान-पान में सावधानी बरतने की जरूरत होती है। लेकिन आम पर बात करने से पहले डायबिटीज के बारे में थोड़ा बहुत जानलेते हैं।
डायबिटीज क्या है और इसमें दिखाई देने वाले लक्षण?
डायबिटीज होने के कई शुरूआती लक्षण दिखने लगते हैं और अगल-अलग तरह की हल्की मोटी शारीरिक समस्याओं से वे व्यक्ति परेशान होने लगता है, और वह इन छोटी-छोटी शारीरीक समस्याओं को इग्नोर करने लगता है। जिससे वे डायबिटीज की गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं और तरह-तरह की बीमारियां शरीर में घर बनाने लगती है। तब शरीर के कुछ अंग जैसे किडनी, आंखें, दिमाग, शरीर में झनझनाहट, घुटने में दर्द, खुद पर सयंम ना कर पाना, चिड़चिड़ापन, यूरिन का बढ़ना जैसी कई तरह की घातक समस्याएं पैदा होने लगती है।
इसलिए हम आपको आज इस ब्लोग में डायबिटीज के कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारें में बताएंगे। जिससे आपको आसानी से डायबिटीज का शुरूआत में ही पता लग जाए और समय रहते इसका सही इलाज मिल जाए। अगर व्यक्ति में लगभग 6-7 लक्षण मौजूद हो तो डायबिटीज के इलाज में देरी ना करें। आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और इस बीमारी से् छुटकारा पाएं।
- अधिक थकान महसूस होना
- अधिक यूरिन पास होना
- प्यास अधिक लगना
- वजन कम होना
- घाव या चोट का धीरे भरना
- अधिक भूख लगना
- थकान
- सिर दर्द
- धुंधलापन दिखना
- इम्युनिटी सिस्टम का कमजोर होना
- बेचैनी
- कपकपी
- ज्यादा भूख लगना
- पसीना आना
- बेहोशी
- दौरा पड़ सकता
- व्यवहारिक बदलाव
- प्राइवेट पार्ट में दिक्कत होने
- शुगर लेवल कम होना आम तौर पर डायबिटीज टाइप-1 और टाइप-2 से जूझ रहे मरीज़ो में होता है। इसमें ज्यादातर मामले हलके और सामान्य होते है, इमरजेंसी वाले नहीं होते।
क्या डायबिटीज में आम खा सकते हैं
हम सभी जानते हैं कि, आम में 90 प्रतिशत कैलोरी और चीनी होती है, जो डायबिटीज मरीजों में रक्त शर्करा को बढ़ाने में योगदान देती है। हालांकि फल में फाइबर और कई एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो रक्त शर्करा के समग्र प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। क्योंकि फाइबर उस दर को धीमा कर देता हैं जिस पर हमारी बॉडी से रक्त प्रवाह में चीनी को अवशोषित करता है। आम में एंटीऑक्सिडेंट तनाव प्रतिक्रिया को कम करने का गुण होता है जो शुगर लेवल में एक कील की तरह जुड़ा हुआ होता है, जिससे बॉडी में कार्ब्स की आमद का प्रबंधन कर रक्त शर्करा के लेवल को सामान्य करना आसान बनाता है।
आम में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स मौजूद होता है। जीआई एक ऐसा उपकरण है जिसका इस्तेमाल ब्लड शुगर पर इसके प्रभाव के मुताबिक, खाद्य पदार्थों को रैंक करने के लिए किया जाता है। 0 से 100 के पैमाने पर 0 शुगर लेवल पर कोई प्रभाव नहीं डालता है, लेकिन ग्लाइसेमिक इंडेक्स शुद्ध चीनी के अंतग्रहण के प्रत्याशित प्रभाव का प्रतिनिधित्व करती है। फूड्स मे जो 55 से नीचे रैंक वाले होते हैं। वे ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर कम होते हैं और डायबिटीज मरीजों के लिए लाभदायक माने जाते हैं। आम ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51 है और आम डायबिटीज में खाया जा सकता है।
शोधकर्ता के अनुसार, फ्रुक्टोज आमों के साथ-साथ सभी फलों में स्वाभाविक रूप से होने वाली शुगर है। आम कैरोटीन से भरपूर होता है जो विटामिन-ए का एक रूप है। यह आपकी आंखों, इम्यूनिटी, स्किन और बालों के लिए भी अच्छा माना जाता है। इसके अलावा मैंगिफरिन, एक पॉलीफेनोल भी होता है जो आपके ब्लड शुगर के लेवल को सामान्य रखने में मदद करता है। साफ शब्दों में कहा जाएं तो डायबिटीज मरीजों के लिए आम खाना सुरक्षित है।
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ध्यान रखने योग्य बातें
यदि आप डायबिटीज रोगी हैं और आम का सेवन करते हैं, तो उस दिन किसी और फल का सेवन बिल्कुल भी ना करें इससे आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है। साथ जब आप आम खाते हैं तो उस समय करीब 20 मिनट वॉक करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज मरीज सीमित मात्रा में ही आम का सेवन करें। साथ ही डायबिटीज रोगियों के लिए दिन के समय आम खाना ज्यादा बेहतर माना जाता है।