मधुमेह के लिए मक्का
बरसात के मौसम और ठंड में गर्म-गर्म भुट्टा खाना हर किसी को पसंद होगा। भुट्टे के दाने या मक्के से बनने वाले पॉपकॉर्न खाने में स्वादिष्ट तो लगते ही हैं और हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। मक्का पूरी दुनिया में चर्चाओं में रहता है और स्वीट कॉर्न के फायदे अनगिनत होते हैं। टॉर्टिला चिप्स, कॉर्नमील, मक्के का आटा और कॉर्न आयल जैसी कई चीजें इससे बनाई जाती है।
आपको जानकार हैरानी होगी कि, लगभग 10,000 साल पहले मकई की खेती पहली बार मैक्सिको और मध्य अमेरिका के कुछ जगह पर की गई थी। भुट्टे को आमतौर पर सब्जी माना जाता है, लेकिन यह वास्तव में एक अनाज है, जो फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है। इसे भुट्टा या मक्का या फिर अंग्रेजी में कॉर्न के नाम से जाना जाता है। पीले रंग का ये भुट्टा दुनियाभर में बहुत आम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि, इन भुट्टों में पीले रंग के अलावा कई रंग मौजूद होते हैं जैसे – लाल, नारंगी, बैंगनी, नीले, सफेद और यहां तक कि काले रंग में भी आते हैं।
वहीं भारत में भी मक्के की खेती बहुतायत होती है। जून-जुलाई के मौसम में इसकी पैदावार अच्छी होती है, क्योंकि इस मौसम में खाना अधिक फायदेंमंद होता है।
कॉर्न में मौजुद पोषक तत्व?
मक्के को मौजुद पोषक तत्वों का खजाना कहा जाता है। 100 ग्राम उबले कॉर्न में 96 कैलोरी, 73% पानी, 3.5 प्रोटीन, 21 ग्राम कार्ब, 4.5 ग्राम शुगर, 2.5 फाइबर और 1.6 फैट होता है। साथ ही इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बहुत कम होता है। 112 ग्राम पॉपकॉर्न में 16 ग्राम फाइबर होता है। इसके अलावा इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन-E में मौजूदद होता है और इसमें कोलेस्ट्रॉल का लेवल बेहद कम होता है। हमने मक्के के पौषक तत्वों के बारे में तो जान लिया, लेकिन क्या डायबिटीज मरीजों के लिए अच्छा साबित हो सकता है।
क्या डायबिटीज में कॉर्न फायदेमंद होता है?
कॉर्न जैसे कार्बिनक फल और सब्जियां डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। भुट्टे के दानों का रोजाना सेवन करने से इंसुलिन के बिना भी डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायता करता है। मक्के के दानों में मौजूद फाइटोकेमिकल्स हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। फाइटोकेमिकल्स हमारी बॉडी में मक्का में पैंटोथिनेक एसिड भी होता है। ये विटामिन-B, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और लिपिड चयापचय में मदद करता है, इसलिए ये एड्रेनल ग्रंथियों को बढ़ाकर तनाव को कम करने में मदद करता है।
इसके अलावा स्वीट कॉर्न और मक्के का तेल खून के प्रवाह को बढ़ाता है, शरीर से कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करता है और इंसुलिन को कंट्रोल करता है। जिससे डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए एक सफल विकल्प है। शोधकर्ताओं के अनुसार, ये कार्ब्स में समृद्ध है और एनर्जी का एक सबसे अच्छा स्त्रोत है। पोषक तत्वों मे हाई, मक्के विटामिन-B1, विटामिन-B5 और विटामिन-C से भरपूर होता है, जो रोगों से लड़ने में और नई कोशिकाओं को उत्पन्न करने में सहायता करता है। साथ ही इसमें हाई फाइबर डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर के लेवल को कम करके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है।
कॉर्न खाने के अन्य फायदे?
- कम करें एनीमिया की कमी – मक्के में विटामिन-B 12, फोलिक एसिड और आयरन से भरपुर होता है जो बॉडी में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करती है। मक्के ताजा लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा में पूर्ति करती है और एनीमिया के खतरे को कम करने में मदद करती है।
- वजन को बढ़ाएं – अगर आप वजन कम है और बढाने की सोच रहे हैं तो ये काफी अच्छा विकल्प है। अगर आप कुछ किलोग्राम वजन बढ़ाना चाहते हैं तो इससे आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। जंक फूड और बैड फैट्स खाने से आपको लंबे समय में अन्य स्वास्थ्य सामान्याओं से जूझना पड़ सकता है, लेकिन अगर मक्के के साथ न केवल आपको स्वस्थ कैलोरी मिलती है बल्कि आपको विटामिन और अच्छी मात्रा में फाइबर भी मिलते हैं।
- गर्भावस्था में मददगार – गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे के दोनों के लिए ये कई फायदे प्रदान करता है। भुट्टे के दाने फोलिक एसिड से भरे होते हैं इसमें जेक्सैन्थिन और रोगजनक एसिड होते हैं जो बच्चे में जन्म दोषों के जोखिम को कम करते हैं। ये बच्चे की मांसपेशियों के विकृति और शारीरिक समस्याओं से बचा सकता है। साथ ही हाई फाइबर सामग्री की वजह से ये कब्ज को दूर करता है जो गर्भावस्था में मां के लिए एक सामान्य चिंता का विषय है।
- ऊर्जा का अच्छा स्त्रोत – अगर आप एक एथलीट हैं या फिर जिम में पसीना बहा रहे हैं तो अपने भोजन में कॉर्न को एक अच्छी मात्रा में शामिल कर सकते हैं। मकई में कार्बोहाइड्रेट होता है जो धीमी गति से पचाता है, जिसके बदले में लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है। एक कप मकई में करीब 29 ग्राम होते हैं जो न केवल शारीरिक ऊर्जा प्रदान करता है, इसके अलावा दिमाग और तंत्रिका तंत्र की उर्जा का बढ़ाती है।
- कैंसर से बचाव – मकई में एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवेनॉइड गुण होते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को कम करता है। मक्की में मौजूद फेरूलिक एसिड ब्रैस्ट कैंसर होने से रोकता है।
ध्यान रखने योग्य बात –
हमने आपको एक जानकारी प्रदान की है। लेकिन आपको फिर भी किसी भी चीज़ का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी है। डॉक्टर मरीज कंडीशन के अनुसार ही उन्हें कॉर्न लेने की सलाह देंगे।