डेंगू से बचा सकते हैं ये 5 पत्ते! -These 5 leaves can Prevention of Dengue
Prevention of Dengue – डेंगू और मलेरिया जैसे बुखारों का इस समय फैलना हर साल की अपेक्षा कहीं अधिक मुश्किलों से भरा होता है, क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से हालात पहले से ही बहुत बुरे हैं और इंफेक्शन का खतरा इतना अधिक बना हुआ है कि, किसी भी छोटी-बड़ी बीमारी के इलाज के लिए हॉस्पिटल जाने में लोग डर रहे है। इस आज हम अपने इस आर्टिकल में 5 ऐसे पत्तों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी सहायता से आप जल्दी से जल्दी आराम (prevention of dengue) पा सकते हैं। लेकिन ध्यान देने योग्य बात है कि, अगर रोगी को बुखार 100 डिग्री तक बुखार (breakbone fever) है तो इस स्थिति में आपको हर 6 घंटे में मरीज को एक पैरासिटामॉल देनी पड़ती है। डॉक्टर की सलाह के बिना मरीज को कुछ न दें।
डेंगू में कोई भी दवा नहीं लेनी चाहिए (No medicine should be taken in dengue in Hindi)
डेंगू बुखार, शरीर के दर्द और मसल्स का खिंचाव दूर करने के लिए अक्सर लोग एस्प्रिन, निमोस्लाइड, ब्रूफेन और कॉम्बिफ्लेम जैसी दवाएं लेते हैं, लेकिन डेंगू की स्थिति में आपको इन दवाओं (prevention of dengue) से पूरी तरह दूर रहना है और डॉक्टर की सलाह के बिना इनका सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
डेंगू के लक्षण (Symptoms of dengue in Hindi)
डेंगू के लक्षण (dengue signs and symptoms) कुछ इस प्रकरा है जैसे –
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
- शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय के बाद ठीक होने के बाद दोबारा वापिस आने लगते हैं।
- तेज बुखार
- बहुत तेज सिर दर्द
- आंखों के पीछे दर्द
- उल्दी और चक्कर आना
अगर आपको इनमें एक भी लक्षण महसूस होते हैं तो आप तुंरत डॉक्टर से सलाह लें। केवल एक अच्छा डॉक्टर ही डेंगू से बचाव के हेल्दी उपाय के बारे में आपको बता सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इस बीमारी में बचाव (prevention of dengue) करते हुए एक स्वस्थ जीवनशैली को जिया जा सकता है।
डेंगू से मुक्ति पाने के लिए सिर्फ 5 पत्ते (Only 5 leaves to get rid of dengue in Hindi)
डेंगू होने पर प्लेटलेट्स कम होने की वजह से मरीज का शरीर कमजोर पड़ जाता है। डेंगू से निजात पाने के लिए आपको दवाओं के अलावा आप कुछ घरेलू नूस्खों का भी प्रयोग कर सकते हैं जिसें शामिल है ऐसे 5 पत्ते जो डेंगू से निजात पाने में आपकी काफी सहायता करेंगे।
1. गिलोय (Giloy)
कोरोना काल में सभी ने गिलोय के फायदों को भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर गिलोय आपको कई तरह की बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। डेंगू बुखार में गिलोय के पत्ते का जूस पीने से प्लेटलेट्स काउंट तेजी से बढ़ता है। घर के बड़ेबुजुर्गों का मानना है कि, गिलोय का सेवन करने से इंफेक्शन का खतरा कम होता है।
2. तुलसी के पत्ते (basil leaves)
औषधीय गुणों (benefits of tulsi leaves) से भरपूर तुलसी को आयुर्वेद में कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो डेंगू से लड़ने में मददगार साबित हो सकती हैं। डेंगू के मरीज तुलसी के पत्तों के साथ काली मिर्च को पानी में उबालकर इसका सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से रोग इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ती है और मरीज जल्दी रिकवर (prevention of dengue) कर सकता है।
3. पपीते के पत्ते (papaya leaves)
पपीते के पत्तों में हाई एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन मौजूद होते हैं, जो शरीर में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने में मदद करता है। डेंगू (dengue disease) से पीड़ित जिन मरीजों का प्लेटलेट्स काउंड नहीं बढ़ रहा है, उन्हें पपीते के पत्तों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। साथ ही पपीते के पत्ते पेट से संबंधित बीमारियों से भी निजात दिलाते हैं।
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4. हरसिंगार के पत्ते (Harsingar leaves)
औषधी गुणों से भरपूर हरसिंगार के पत्तों के प्रयोग भी डेंगू को दूर भगाने (prevention of dengue) के लिए किया जाता है। डेंगू से पीड़ित मरीजों हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। इसके लिए हरसिंगार के पत्तों को 1 गिलास पानी में उबाल लें। पानी आधा हो जाने पर पत्तों को अलग करें। रोगी को हर 2 से 3 घंटे के अंतराल पर 2 से 3 चम्मच हरसिंगार का काढ़ा पीने के लिए दें। इससे डेंगू बुखार जल्दी कम हो सकता है।
5. मेथी की पत्तियां (Fenugreek leaves)
आयरन, सेलेनियम, कैल्शियम, मैंगनीज, मिनरल्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर मेथी की पत्तियां कई बीमारियों से लड़ने में सहायक मानी जाती है। डेंगू बुखार में मेथी की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। इससे शरीर को डेंगू से रिकवरी (prevention of dengue) करने में सहायता करता है।
डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपचार (Home remedies to prevent dengue in Hindi)
- विटामिन-सी से युक्त पदार्थों का सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम की क्षमता में बढ़ोतरी होती है जिससे डेंगू से बचाव हो सकता है।
- हल्दी एक एंटी बायोटिक औषधि होती है जिसका इस्तेमाल प्राचीन काल से करते आ रहे हैं। इसके नियमिन सेवन हम डेंगू से बच सकते हैं।
- तुलसी को उबाल शहर के साथ पीने से भी डेंगू में बचाव संभव है। तुलसी को चाय या काढ़े में भी डालकर पीया जा सकता है। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं जो डेंगू के इंफेक्शन (dengue disease) से बचाव में लाभदायक होता है।
- शोध के अनुसार, पपीते के पत्ते के रस के सेवन से भी डेंगू से बचा जा सकता है। पपीते के रस का दिन में 2 से 3 बार 2-2 चम्मच के सेवन से डेंगू में काफी आराम मिलता है।
- डेंगू से होने वाली कमजोरी और खून की कमी को सामान्य करने के लिए अनार का जूस या अनार खाना सबसे अच्छा विकल्प है।
- गिलोय हर तरह की बीमारी का रामबाण इलाज है, क्योंकि ये है ही इतने गुणों से भरपूर। इसकी डाली को तोड़कर, कूटकर और उबालकर काढ़ा पिए तो ये रोग प्रतिरोधक क्षमता में अच्छा फायदे देखने को मिलता है।
डिस्कलेमर (Disclaimer)
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां केवल सूचनात्मक है। अगर आपको को इस बीमारी के कुछ संकेत नजर आ रहे हैं तो अपनी जांच करवाएं और उन्हीं के अनुसार अपना जीवनशैली और आहार का खास ध्यान रखना हैं।