नेफ्रोटिक सिंड्रोम क्या है इसका इलाज (Symptoms causes and treatment of nephrotic syndrome in children)
नेफ्रोटिक सिंड्रोम एक आम किडनी की बीमारियों में से एक है ये रोगों का समूह कहा जाता है। इस समस्या में किसी भी आयु समूह के शरीर पर सूजन होना इसके लक्षणों में से एक है। साथ ही इसमें यूरिन के दौरान प्रोटीन अधिक मात्रा में पास होता है, रक्त में प्रोटीन की कमी, कोलेस्ट्रोल का हाई लेवल और शरीर में सूजन इस बीमारी के लक्षणों में एक है, लेकिन अधिकतर मामलों में देखा गया है कि ये बीमारी बच्चों को अपनी पकड़ में लेती है, (Symptoms causes and treatment of nephrotic syndrome in children) इसलिए सही समस्या इसका पता करके बीमारी से बचा जा सकता है।
नेफ्रोटिक सिंड्रोम के संकेत (Symptoms causes and treatment of nephrotic syndrome in children)
नेफ्रोटिक सिंड्रोम की समस्या होने पर कई तरह के संकेत नजर आने लगते हैं, नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लक्षण कुछ इस प्रकार है –
- वजन का बढ़ना
- पेशाब झागदार दिखाई देना
- पेशाब का अधिक पीला आना
- स्किन पर चकते या घाव का होना
- सूजन, शरीर के कुछ हिस्सों में होना।
- दौरे पड़ना
- पेट दर्द होना
नेफ्रोटिक सिंड्रोम के कारण (Due to nephrotic syndrome)
बच्चों में ये समस्या होने का मुख्य कारण असामान्य मल की समस्या है। बड़ों में इस सिंड्रोम की प्रमुख वजह मेम्ब्रेनोउस ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस को माना गया है। इन दोनों स्थितियों में किडनी में मौजूद ग्लोमेरुली के नुकसान पहुंचता है। इनके अलावाल नेफ्रोटिक सिंड्रोम के कारण कुछ इस प्रकार है –
- किडनी में समस्या
- डायबिटीज की बीमारी
- लुपस, एक तरह की सूजन की समस्या
- अमीलॉइोसिस, बॉडी के कुछ अंगों में अमाइलॉइड प्रोटीन का असामान्य तरीके से बनना
- इंफेक्शन जैसे एचआईवी/एड्स, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी
- एलर्जिक रिएक्शन की समस्या
- एक आनुवांशिक बीमारी जिससे किडनी पर प्रभाव पड़ता है
- कुछ दवाएं जैसे नॉन स्टेरॉयडल एंडी-इंफ्लेमेटरी दवाई
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नेफ्रोटिक सिंड्रोम का इलाज (Treatment of nephrotic syndrome)
- सबसे पहले आप अपनी प्रयोगशाला में जांच की पुष्टि करवाएं। क्योंकि आपके रोग के अनुसार ही स्वास्थ्य आहार की सलाह दी जाती है।
- आप अपनी डाइट में रोगी को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन दें।
- यदि कोई किडनी की बीमारी है तो प्रोटीन की मात्रा को सीमित रखें। ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने के लिए डाइट में फैट का सेवन कम करें।
- नेफ्रोटिक सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों को सर्दी, बुखार और अन्य प्रकार के इंफेक्शन होने की संभावना अधिक रहती है।
- इलाज शुरू करने से पहले बच्चे सुनिश्चित करें कि, कही बच्चे को पहले से कोई इंफेक्शन या तकलीफ न हो, ऐसे में इंफेक्शन को कंट्रोल करना बहुत ही आवश्यक है।
- उपचार के समय इंफेक्शन होने से रोग बढ़ सकता है, इसलिए उपचार के समय इंफेक्शन न हो इसके लिए पूरी सावधानी रखना भी जरूरी है।
ध्यान देने योग्य बातें
नेफ्रोटिक सिंड्रोम होने पर आपको ओर भी बहुत सी बीमारियां हो सकती है। इसलिए इसका सही समय पर इलाज होने बेहद जरूरी है। अगर किसी में नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जांच करवाएं। साथ ही आपको बता दें कि, किडनी की बीमारी का इलाज अभी तक संभव नहीं है, इसलिए इस पर अवश्य ध्यान देना है।