Kidney Disease Symptoms in Hindi –
किडनी से जुड़ी से बीमारियों की अगर समय रहते पहचान न की जाए तो ये जानलेवाल साबित हो सकती है। किडनी हमारे शरीर का वो अंग है जो गंदगी को बाहर निकालने का काम करती है। दोनों किडनियों में छोटे-छोटे लाखों फिल्टर होते हैं जिन्हें नेफ्रोंस कहते हैं। नेफ्रोंस हमारे रक्त को साफ करने का काम करता है।
वहीं किडनी में किसी प्रकार की समस्या होने पर शरीर से विषैले पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते है जिससे कई रोग पैदा हो सकते हैं। किडनी की बीमारी से बचने के लिए नीचे दिए हुए संकेतों (kidney disease symptoms) की पहचान होना बेहद आवश्यक है। तो आइए जानते हैं किडनी की बीमारी के शुरुआती लक्षण के बारे में।
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1. यूरिनरी फंक्शन में बदलाव (Change in urinary function is Kidney Disease Symptoms)
सबसे पहला (early kidney disease symptoms) लक्षण जो उभकर सामने आता है, वो है यूरिनरी फंक्शन में बदलाव। किडनी में किसी प्रकार की समस्या के चलते पेशाब के रंग, मात्रा और कितनी बार यूरिन पास होता है इन चीजों में बदलाव आने लगते हैं।
2. शरीर में सूजन आना (Swelling in the body Kidney Disease Symptoms)
जब किडनियों की कार्यप्रणाली में कोई दिक्कत आती है तो बॉडी से बाहर न निकलने वाली गंदगी और तरल पदार्थ समस्याएं उत्पन्न होती है। जिनसे बॉडी में सूजन आने लगती है। ये सूज हाथों, पैरों, जोड़ों, चेहरे और आंखों के नीचे हो सकती है। यदि आप अपनी स्किन को उंगली से दबाएं और डिम्पल थोड़ी देर तक बने रहें तो डॉक्टर के पास जाने में देर न करें।
3. भूख में कमी (Loss of appetite)
अगर आपको भूख नहीं लगती है तो ये भी किडनी संबंधी बीमारी की शुरूआती लक्षण (early kidney disease symptoms) हो सकते हैं, क्योंकि किडनी अगर ठीक से काम नहीं कर पाते हैं तो आपके शरीर में विषाक्त तत्व जमा होने लगते हैं।
4. पीठ दर्द होना (Back pain)
आपकी पीठ और पेट के किनारों में बिना वजह के दर्द महसूस होना, किडनी में इंफेक्शन या किडनी संबंधी बीमारियों के संकेत हो सकते हैं।
5. चक्कर आना या कमजोरी होना (Dizziness or weakness)
जब किडनियों की कार्यप्रणाली में अवरोझ आने लगता है तो आपको चक्कर आने (kidney disease symptoms in hindi) की अशंका बढ़ जाती है। पूरे समय आप थकावट महसूस करते हैं और कमजोरी का भी एहसास होने लगता है। इन लक्षणों में खून की कमी और गंदगी से शरीर में जमा होने से पनपने लगते हैं।
6. हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure)
National Kidney Foundation के मुताबिक, किडनी की खराबी की वजह से मरीजों में हाई ब्लड प्रेशर एक आम लक्षण माना जाता है। यदि हाई ब्लड प्रेशर कम उम्र में हो जाए या किसी भी उम्र में ब्लड प्रेशर जांच के समय बहुत अधिक है तो इसका मुख्य कारण किडनी की बीमारी हो सकती है। स्किन पर पलकों के नीचे की सूजन जिसे पेरिआरबिजल ऐडीमा कहते है और ये किडनी की बीमारी का आम (kidney disease symptoms) संकेत है।
7. ठंड लगना (Chills)
अच्छा मौसम होने के बावजूद अजीब-सी ठंड लगती है और कभी-कभी ठंड लगकर बुखार भी होता है। ये भी इसके लक्षणों में शामिल है। आपके तापमान अधिक होने पर भी ठंड का एहसास हो तो डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी है।
8. बार-बार उल्टियां होना (Frequent vomiting)
किडनी से जुड़ी समस्याओं के परिणामस्वरूप उल्टी आने जैसे लक्षण आम होते हैं। साथ ही गैस से जुड़ी समस्याएं हर सुबह सामने आती है। यदि उल्टी के दवाईयां लेने के बाद भी समस्या को जस की तस पाएं तो फौरन डॉक्टर से पूरी जांच जरूर करवाएं।
9. स्किन खुरदरी और खुजली होना (Skin rough and itchy)
अचानक स्किन का फटना, स्किन पर रेशेज होना, अजीब लगना और बहुत अधिक खुजली महसूस होना शरीर की गंदगी के एकत्रित होने के परिणाम होते हैं। किडनी के निष्प्रभावी हो जाने से शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस की मात्रा प्रभावित होते हैं, जिससे अचानक से बहुत तेज खुजली होने लगती है। ये आमतौर पर हेल्दी स्किन भी फटने लगती है, खुरदुरी हो जाती है और खुजली होती है।
10. पैर हाथ सून्न होना (Numbness of feet)
अगर आपको हिप्स में दर्द महसूस होता है या पैरों में सुन्नपन का एहसास होता है तो ये पीठ दर्द के लक्षण (early kidney disease symptoms) हो सकते हैं। तब ये इसलिए होता है, क्योंकि पैरों की नसों में कमजोरी आने लगती है। इस स्थिति में डॉक्टर से जरूर संपर्क करने चाहिए।
11. पेशाब झागदार आना (Foamy urine)
अगर आपका पेशाब अधिक झागदार आता है तो इसका अर्थ है कि आपके पेशाब (kidney disease symptoms in hindi) के माध्यम से बॉडी में प्रोटीन अधिक पास होता है। पेशाब में पाए जाने वाला प्रोटीन एल्ब्यूमिन प्रोटीन होता है जो अंडों में पाया जाता है।
12. पेशाब के समय ब्लीडिंग होना (Bleeding during urination)
अगर पेशाब जाते वक्त दर्द हो तो ये किडनी में खराबी के संकते हो सकते हैं। वो इसलिए क्योंकि किडनी यूरिनरी ट्रैक (kidney disease symptoms in females) का जरूरी हिस्सा होता है, इसलिए किडनी में कोई इंफेक्शन होने पर यूरिन पास करने में दर्द महसूस होता है। वहीं यूरिन करते वक्त दर्द के साथ से ब्लीडिंग भी होती है तो ऐसे में आपको बिना देरी किए डॉक्टर से जांच करवाएं। क्योंकि किडनी की बीमारी को जड़ से खत्म कर पाना असंभव है।
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किडनी की बीमारी कैसे करें रोकथाम? (How to prevent kidney disease symptoms in Hindi?)
किडनी की बीमारी को ठीक से पहचान लिया जाए तो इस परेशानी का समय रहते इलाज किया जा सकता है नहीं तो ये मौत का कारण बन सकता है। तो आइए जानते है कि किडनी की बीमारी की रोकथाम कैसे कर सकते हैं?
1. कॉफी (Coffee)
किडनी के बचाव के लिए कॉफी से भी परहेज करना चाहिए, क्योंकि इसमें कैफीन की अधिक मात्रा होती है। जी हां, कई शोध के अनुसार, अधिक कैफीन युक्त चीजें लेने से क्रॉनिक किडनी डिजीज (chronic kidney disease symptoms) में बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। वहीं ऐसे भी लोग है जो अधिक कॉफी पीते हैं उन्हें किडनी में स्टोन होने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही सोडा और एनर्जी ड्रिंक पीने से भी बचना चाहिए।
2. नमक (Salt)
अधिक मात्रा में नमक किसी को भी नहीं खाना चाहिए। नमक में सोडियम होता है। ये पोटैशियम के साथ मिलकर शरीर में फ्लूड की मात्रा को सही बनाए रखना है, लेकिन अगर खाने में नमक अधिक लें तो ये फ्लूड की मात्रा को बढ़ा देता है, जिससे किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है। किडनी सही तरीके से काम कर सके, इसके लिए ये जरूरी है कि, इसे खाने में कम से कम नमक लिया जाएं तो बेहतर है। अगर आपको किडनी में समस्या है तो नमक बिल्कुल भी ना लें।
3. रेड मीट (Red Meat)
रेड मीट में प्रोटीन की मात्रा सबसे अधिक होती है प्रोटीन मसल्स के ग्रोथ के लिए बहुत ही जरूरी है, लेकिन इसके मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया काफी कठिन होती है, जिससे किडनी पर अधिक जोर पड़ता है। वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस मांस से मिलने वाला प्रोटीन किडनी स्टोन के खतरे को बढाता है।
4. अल्कोहल (alcohol)
अधिक शराब का सेवन करने से किडनी खराब होती है। जी हां, अधिक शराब पीने से किडनी फंक्शन में दिक्कते आने लगती है और इसका असर सीधा आपके दिमाग पर पड़ता है। शराब न सिर्फ आपकी किडनी पर बुरा असर डालता है, बाकी अंगों के लिए भी ये नुकसानदायक हो सकता है।
5. धूम्रपान (Smoking)
धूम्रपान हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है जो लोग स्मोक करते हैं उनके यूरिन में प्रोटीन होती है जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
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